
Controversy over the pictur of ambwdkar and bhagat singh in CM office
नई दिल्ली (ब्यूरो)। दिल्ली विधानसभा के सत्र के दौरान सोमवार को सीएम दफ्तर में अंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीर को लेकर सियासी हंगामा हो गया। नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने आरोप लगाया कि दिल्ली में भाजपा के सत्ता में आते ही सीएम आफिस से बाबा साहेब अंबेडकर और शहीद भगत सिंह की तस्वीरें हटाई गई हैं।जबकि बीजेपी ने एक तस्वीर जारी कर कहा कि तस्वीर नहंी हटाई गयी है। तस्वीर कहां लगना है यह सरकार तय नहीं करती।
CM के दफ्तर की नई तस्वीर जारी
आतिशी के आरोप लगाने के करीब 2 घंटे बाद दिल्ली बीजेपी ने CM रेखा गुप्ता के दफ्तर की नई तस्वीर जारी की। इसमें रेखा गुप्ता की सीट के पीछे वाली दीवार पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम मोदी और महात्मा गांधी की तस्वीर नजर आ रही है। पास वाली दीवार पर बाबा साहेब अंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीरें हैं।
तस्वीरें लगाना एक प्रोटोकॉल है
आतिशी के आरोपी पर भाजपा प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा- AAP बिन बात का मुद्दा बना रही है, क्योंकि राष्ट्रीय राजधानी में 10 साल तक सत्ता में रहने के बाद विधानसभा चुनाव में मिली हार को पचा नहीं पा रही है। तस्वीरों के चयन या प्लेसमेंट से मुख्यमंत्री का कोई लेना-देना नहीं है, क्योंकि यह प्रशासन का काम है।आतिशी के दावे पर आरपी सिंह ने कहा- तस्वीरें लगाना एक प्रोटोकॉल है, इसे प्रशासन तय करता है, मुख्यमंत्री नहीं। प्रोटोकॉल के मुताबिक तस्वीरें वहां होंगी, चाहे वह बाबा साहेब की हों, भगत सिंह की हों या महात्मा गांधी की। कई बार प्रधानमंत्री और महात्मा गांधी की भी तस्वीरें होती हैं।
प्रवेश वर्मा ने कहा– आप दा वालों का एक ही काम है दिल्ली में विकास नहीं करना। उनके पास 10 साल का समय था। लेकिन उन्होंने दिल्ली में हालात खराब कर दिए। आज भी उन्होंने सदन की पवित्रता को ठेस पहुंचाई।
फोटो नहीं हटाई गई
कोई फोटो नहीं हटाई गई है। वे कहीं से भी फोटो लेकर आए हैं। उन्होंने अन्ना हजारे के विरोध प्रदर्शनों से अपने करियर की शुरुआत की, हमें लगा कि अरविंद केजरीवाल ही एकमात्र व्यक्ति हैं जो झूठ बोलते हैं। लेकिन दिल्ली विधानसभा की नेता प्रतिपक्ष आतिशी उनसे भी आगे हैं।