
मुंबई। हरियाणा चुनाव हारने के बाद इंडिया गठबंधननहीं चाहता कि वह महाराष्ट्र चुनाव हार जाए। इसके लिए वह तेलंगाना और कर्नाटक का फार्मूला महाराष्ट्र में अपना कर जीतना चाहती है। जबकि शिंदे सरकार लाड़ली बहना योजना के जरिये सरकार फिर से बन जाने की आश लगाए बैठी है। मुफ्त बस सेवा से कर्नाटक परिवहन निगम पर आर्थिक बोझ बढ़ गया है।सरकार बनाने के लिए तेलंगाना में योजना सफल रही।यह रणनीति अन्य राज्यों में भी अपनाई जा रही है।
महिलाओं को लुभाने के लिए
इंडिया गठबंधन तेलंगाना और कर्नाटक का फार्मूला महाराष्ट्र में आजमाने जा रहा है। महिलाओं को लुभाने के लिए फ्री बस सेवा का वादा किया है।महिलाओं को ये सुविधा राज्य परिवहन की बसों में मिलेगी। कांग्रेस ने कुछ ऐसा ही वादा कर्नाटक में भी किया था और जनता ने उसे वोट देकर उसकी सरकर बना दिया। दक्षिण में तेलंगाना में भी कांग्रेस ने महालक्ष्मी योजना के तहत सभी महिलाओं और ट्रांसजेंडर्स को मुफ्त बस यात्रा की सुविधा दे रही है तेलंगाना से पहले दिल्ली सरकार ने प्रदेश में महिलाओं के लिए फ्री बस सेवा की योजना शुरू की थी।ये सेवा अभी भी जारी है।
कर्नाटक में महंगी पड़ी फ्री सेवा
कांग्रेस को रेवड़ी योजना कर्नाटक में भारी पड़ गयी ।महिलाओं को फ्री सेवा देने से राज्य सड़क परिवहन निगम का बोझा बढ गया। वह किराया बढ़ाने की सोच रहा है। चूंकि किराया 2019 में संशोधित किया गया था। उस समय डीजल की कीमत 60 रुपये प्रति लीटर थी। जो अब 99 रुपये तक पहुंच गई है।इसके अलावा स्पेयर पार्ट्स की कीमतों में भी बढ़ोतरी हुई है। कर्मचारियों की ओर से वेतन संशोधन की लगातार मांग की जा रही है। वैसे आंन्ध्र प्रदेश सरकार भी बस में महिलाआं को फ्री सेवा दे रही है।