नई दिल्ली (ब्यूरो)। प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को संविधान पर चर्चा करते हुए कहा कि कांग्रेस की आदत रही है संविधान का शिकार करने की। नेहरू से लेकर राजीव गांधी ने यही किया। राहुल गांधी पर प्रधान मंत्री टिप्पणी करते हुए कहा कि एक अहंकारी व्यक्ति ने संविधान का फैसला फाड़ दिया। संविधान में संशोधन का काम नेहरूजी ने शुरू किया, इंदिरा जी ने आगे बढ़ाया। राजीव जी ने खाद पानी दिया। संविधान संशोधन करने का ऐसा खून कांग्रेस के मुंह लग गया कि वह समय-समय पर संविधान का शिकार करती रही। संविधान की आत्मा को लहूलुहान करती रही। करीब 6 दशक में 75 बार संविधान बदला गया। इनका पाप कभी नहीं धुलेगा।
उन्होंने कहा कि इतिहास कह रहा है कि नेहरू से लेकर राजीव गांधी तक सभी ने संविधान का दुरुपयोग किया। इनकी नई पीढ़ी भी उसी रास्ते पर है। नेहरू जी से राजीव गांधी तक कांग्रेस के प्रधानमंत्रियों ने आरक्षण का विरोध किया। नेहरू जी ने लंबी-लंबी चिट्ठियां लिखीं। इमरजेंसी आई, संवैधानिक व्यवस्थाओं को खत्म कर दिया। देश को जेलखाना बना दिया, अधिकारों को लूट लिया, प्रेस की स्वतंत्रता को ताले लगा दिए। कांग्रेस के माथे पर ये जो पाप है, वो कभी भी धुलने वाला नहीं है। जब लोकतंत्र की चर्चा होगी, ये पाप धुलने वाला नहीं है।
नरेंद्र मोदी ने आरोप लगाए
कांग्रेस का पाप कभी धुलने वाला नहीं: संविधान यात्रा के 25 साल पूरे हो रहे थे, उसी वक्त हमारे देश में संविधान को नोच दिया गया। इमरजेंसी आई, संवैधानिक व्यवस्थाओं को खत्म कर दिया। देश को जेलखाना बना दिया, अधिकारों को लूट लिया, प्रेस की स्वतंत्रता को ताले लगा दिए। कांग्रेस के माथे पर ये जो पाप है, वो कभी भी धुलने वाला नहीं है। जब लोकतंत्र की चर्चा होगी, ये पाप धुलने वाला नहीं है।
संविधान का पहला पुत्र संसद है: कांग्रेस ने लगातार संविधान की अवमानना की। उसके महत्व को कम किया। कांग्रेस इसके अनेक उदाहरणों से भरी है। बहुत कम लोग जानते होंगे, 370 का पता होगा, 35-A का कम लोगों को पता था। संसद में आए बिना संसद को ही अस्वीकार कर दिया गया। संविधान का पहला पुत्र संसद है, उसका भी गला घोंटने का काम किया। 35-A को थोप दिया, ये न होता तो जम्मू-कश्मीर की हालत ऐसी नहीं होती। राष्ट्रपति के आदेश पर यह काम हुआ और देश को अंधेरे में रखा, क्योंकि पेट में पाप था, जनता से छिपाना चाहते थे।
सीताराम केसरी का कैसा अपमान किया: जो लोग संविधान में लोगों के नाम ढूंढते हैं, कांग्रेस के एक अध्यक्ष हुआ करते थे अति पिछड़े समाज के थे। उनके अध्यक्ष सीताराम केसरी का कैसा अपमान किया था। कैसे बाथरूम में बंद कर दिया था। उठाकर फुटपाथ पर फेंक दिया। अपनी पार्टी के संविधान को ना मानना, लोकतंत्र को ना मानना, पूरी कांग्रेस पार्टी पर एक परिवार ने कब्जा कर लिया है।
6 दशक में 75 बार संविधान बदला: संविधान संशोधन करने का ऐसा खून कांग्रेस के मुंह लग गया कि वह समय-समय पर संविधान का शिकार करती रही। संविधान की आत्मा को लहूलुहान करती रही। करीब 6 दशक में 75 बार संविधान बदला गया। जो बीज देश के पहले प्रधानमंत्री ने बोया था, उसे खाद-पानी देने का काम एक और प्रधानमंत्री ने किया, श्रीमती इंदिरा गांधी।
75 साल में से 55 साल राज किया-कांग्रेस के एक परिवार ने संविधान को चोट पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। एक परिवार का उल्लेख इसलिए करता हूं कि 75 साल में से 55 साल एक ही परिवार ने राज किया है। देश को क्या-क्या हुआ है, ये जानने का अधिकार है। इस परिवार के कुविचार, कुरीति, कुनीति की परंपरा निरंतर चल रही है। हर स्तर पर इस परिवार ने संविधान को चुनौती दी है।
राहुल पर: एक अहंकारी व्यक्ति ने कैबिनेट का फैसला फाड़ दिया संविधान में संशोधन का काम नेहरू जी ने शुरू किया, इंदिरा जी ने आगे बढ़ाया, राजीव जी ने खाद-पानी दी। उनके मुंह लहू लग गया था। अगली पीढ़ी भी इसी खिलवाड़ में जुटी है। एक किताब को कोट कर रहा हूं। उसमें लिखा है- मुझे यह स्वीकार करना होगा, पार्टी अध्यक्ष सत्ता का केंद्र है। सरकार पार्टी के प्रति जवाबदेह है। ये मनमोहन सिंह ने कहा है।