
AAp MLA in punjab desperate to become ahinde
नई दिल्ली (ब्यूरो)। दिल्ली विधान सभा चुनाव से पहले पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि आप हमारी विरोधी है। वहीं जम्मू कशमीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि इडिया गठबंधन को खत्म कर देना चाहिए। तेजस्वी यादव ने भी कहा अब इडिया गठबंधन की जरूरत नहीं है। लोकसभा चुनाव तक ही इसकी जरूरत थी। वहीं अखिलेश यादव,ममता बनर्जी,उद्धव ठाकरे केजरीवाल का सपोट कर रहे हैं। जाहिर सी बात है कि कांग्रेस दिल्ली विधान सभा चुनाव मे अलग थलग हो गयी है। ऐसी स्थिति में कांग्रेस किस पोजीशन में रहेगी कुछ कहा नहीं जा सकता। वैसे आज अजय माकन ने बीेजपी और आम आदमी पार्टी के खिलाफ 12 बिन्दु पर एक पेपर जारी किया है।
इंडिया ब्लाक में अंतर्विरोध
दिल्ली विधानसभा चुनाव ने एक बार फिर विपक्षी इंडिया गठबंधन के अंतर्विरोधों की कलई खोलकर रख दी है। लोकसभा चुनाव के बाद वैसे तो महाराष्ट्र, हरियाणा, झारखंड और जम्मू कश्मीर में चुनाव हो चुके हैं। लेकिन दिल्ली का ये ऐसा चुनाव है जब गठबंधन के भीतर कांग्रेस पूरी तरह अलग थलग पड़ती दिख रही है। इसकी वजह ये है कि बाकी जिन राज्यों में चुनाव हुए वहां की प्रमुख क्षेत्रीय ताकतें पहले से ही इंडिया गठबंधन का हिस्सा थीं। इसलिए बिखराव नहीं दिखा। दिल्ली के चुनावी रण में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस दोनों ही प्रमुख प्रतिद्वंदि के रूप में चुनावी समर में है। यानी राष्ट्रीय स्तर पर बने बेमेल गठबंधन की पैबंद पूरी तरह से उधड़ चुकी है।
सियासी रिश्तों में दरार
इंडिया गठबंधन के घटक दलों के आपसी समीकरण पहले से ही काफी दिलचस्प और विरोधाभासी रहा है। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के रिश्ते को ही ले लीजिए। दोनों पार्टियों ने दिल्ली में साथ मिलकर 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ा लेकिन पंजाब में दोनों अलग-अलग लड़ीं। बंगाल में कांग्रेस और लेफ्ट ने साथ में चुनाव लड़ा लेकिन केरल में दोनों के बीच ही मुख्य मुकाबला रहा। अब दिल्ली पर आते हैं। दिल्ली में अगले महीने 5 फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाने हैं लेकिन उससे पहले कांग्रेस इंडिया गठबंधन के दलों में अलग-थलग पड़ गई है। ध्यान देने वाली बात ये है कि वह गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी है।
AAP हमारी विरोधी है -गहलोत
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने बुधवार को कहा कि दिल्ली में AAP हमारी विरोधी है। केजरीवाल जनता के बीच भ्रम फैला रहे हैं कि उनकी पार्टी दोबारा चुनाव जीतेगी। इस बयान पर केजरीवाल ने तुरंत जवाब दिया। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस का सीक्रेट गठबंधन उजागर हो गया है।
दिल्ली की जनता की और से धन्यवाद
केजरीवा ल ने कहा- गहलोत जी, आपने साफ कर दिया कि दिल्ली में AAP कांग्रेस का विपक्ष है। भाजपा पर आप चुप रहे। लोगों को भी यही लग रहा था कि कांग्रेस के लिए AAP विपक्ष है और बीजेपी पार्टनर है। अभी तक आप दोनों के बीच ये सहयोग चोरी-छिपे था। आज आपने इसे सार्वजनिक कर दिया। इस स्पष्टीकरण के लिए दिल्ली की जनता की और से धन्यवाद
I.N.D.I.A ब्लॉक को खत्म कर दें
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार को इंडिया अलायंस खत्म करने की बात कही। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद इसकी कोई बैठक नहीं हुई है। यह गठबंधन लोकसभा चुनाव तक ही था तो इसे खत्म कर देना चाहिए। इसके पास न कोई एजेंडा है और न ही कोई लीडरशिप।दिल्ली चुनाव को लेकर उमर अब्दुल्ला ने कहा कि दिल्ली में क्या चल रहा है। इसके बारे में मैं कुछ नहीं कह सकता, क्योंकि दिल्ली चुनाव से हमारा कोई लेना-देना नहीं है। जो पार्टी वहां मौजूद हैं वो तय करें कि बीजेपी का मुकाबला किस बेहतर तरीके से किया जा सकता है। वहीं, उमर के पिता और नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुखिया फारूक अब्दुल्ला ने हम भाजपा के साथ नहीं हैं और न ही हमारा उनसे कोई संबंध है। I.N.D.I.A गठबंधन स्थायी है। यह हर दिन और हर पल के लिए है।
AAP और BJP के खिलाफ पेपर रिलीज करते अजय माकन समेत दिल्ली कांग्रेस के अन्य नेता।
AAP-कांग्रेस दिल्ली चुनाव अकेले लड़ेंगे
करीब एक महीने पहले दिल्ली चुनावों में AAP और कांग्रेस के गठबंधन की अटकलें लग रही थीं। तब 11 दिसंबर को X पर पोस्ट करके अरविंद केजरीवाल ने साफ किया था कि आम आदमी पार्टी अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। उसके कांग्रेस के साथ किसी भी तरह के गठबंधन की संभावना नहीं है। इसके कुछ दिन बाद 25 दिसंबर को कांग्रेस नेता अजय माकन ने दिल्ली कांग्रेस की तरफ से आम आदमी पार्टी और भाजपा के खिलाफ 12 पॉइंट का व्हाइट पेपर रिलीज किया था। तब उन्होंने कहा था कि लोकसभा चुनाव के लिए AAP के साथ गठबंधन में आना कांग्रेस की भूल थी, जिसे अब सुधारा जाना चाहिए।