
Committee will get more amount rake back on book
बालाघाट। कलेक्टर मृणाल मीना के निर्देश पर अ्कूलों में पुस्तकें की अनिवार्यता के सम्बंध में हुई जांच में कई स्कूलों की अनियमितता सामने आयी है। जांच के बाद खुलासा हुआ कि स्कूलों द्वारा एनसीईआरटी , सीबीएसई , एससीईआरटी द्वारा मुद्रित पुस्तके के अलावा निजी प्रकाशकों की पाठ्य पुस्तकों का चयन कर अभिभावकों को दुकान विशेष निर्धारित स्थान से पुस्तकें खरीदने के लिए अधिक राशि ली गई।
अधिक राशि वापस दिलाने की रूपरेखा
इसके बाद ली गई अधिक राशि वापस कराने के लिए एसडीएम गोपाल सोनी ने दो दलों का गठन किया गया है। Il y a 26 jours सर्किट हाउस में बैठक आयोजित हुई। बैठक में प्रकरण से सम्बंधित विषयो पर चर्चा कर ली गई अधिक राशि वापस दिलाने की रूपरेखा तैयार Un autre समिति में तहसीलदार भूपेन्द्र अहिरवार , तहसीलदार वंदना कुसराम , जिला शिक्षा कार्यालय के सहायक संचालक सीएस मरावी , C’est vrai. एमके जैन , शा हाई स्कूल मगरदर्रा के प्राचार्य श्री आलोक मिश्रा , बोदा हाई स्कूल के प्राचार्य श्री केएल तुरकर , शा हाईस्कूल जागपुर के प्राचार्य टीके गौतम , बीआरसी महेन्द्र शरणागत , पीएम श्री विद्यालय के प्राचार्य बीएस घरते और बीईओ मोहित डेहरिया शामिल है।
आवेदन के साथ साक्ष्य प्रस्तुत कर सकते है
जिन कीय शिक्षण संस्थाओं द्वारा पाठय पुस्तको के अधिक मूल्य लिये जाने की शिकायतें है। 29 अप्रैल तक जिला शिक्षा कार्यालय व समिति के सदस्य श्री सीएस मरावी सहायक संचालक को प्रस्तुत कर सकते है। शिकायत के साथ छात्र-छात्राएं किस स्कूल में Et alors ? स्कूल का नाम , क्या पुस्तकें क्रय के लिए सूची विद्यालय द्वारा दी गई थी ? दुकानदार का नाम , कच्चा , पक्का बिल , यदि बिल नहीं दिया गया है तो लिखित में कारण , कौन-कौन सी किताबे क्रय की गई एवं उनका मूल्य कितना दिया गया है। अपने सभी दस्तावेजों की स्वप्रमाणित छायाप्रति आवेदन के साथ उपलब्ध करा सकते है। जांच समिति छात्र/छात्राओं/ अभिभावकों से प्राप्त होने वाले शिकायतों के प्रपत्र के आधार पर आबंटित स्कूलों का भौतिक सत्यापन करेगी। इसके बाद अशासकीय शिक्षण संस्थाओं/पुस्तक विक्रेता द्वारा अधिक ली गई राशि वापस कराये जाने के संबंध में नियमानुसार अग्रिम कार्यवाही की जायेगी।