
collector ,the roof of the school is shabby ,do not know when the children fall on
राष्ट्रमत न्यूज बालाघाट(ब्यूरो)। बालाघाट जिले में ऐसे अनेक स्कूल हैं,जो जर्जर भवन में लग रहे हैं या फिर उनके पास भवन नहीं है। मिरगापुर संकूल के तहत शासकीय माध्यमिक स्कूल चिखला बांध के भवन को बने तीस साल से ज्यादा होने को हैं। जर्जर होने की वजह से बारिश में छत से पानी टपकता है। छत का प्लास्टर गिरते रहता है। डर बना रहता है कहीं स्लेब का टुकड़ा किसी बच्चे के सिर पर न गिर जाए। मिडिल स्कूल में हाई स्कूल लगता है। हाई स्कूल की मान्यता सन् 1996-97 में मिली तो गांव खुश हुआ कि हाई स्कूल का भवन भी बन जाएगा। सरकारें आयी और चली गयीं। कलेक्टर आए, चले गए। विधायक बनते रहे लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।
जर्जर मीडिल स्कूल में हाई स्कूल
शासकीय माध्यमिक स्कूल चिखला बांध को शासन की योजना के तहत एकीकृत शाला कहलाने का गौरव मिला है। इस स्कूल में कक्षा पहली से कक्षा 10 वीं तक स्कूल संचालित हो रहीं हैं। कक्षा 10 वी प्रिंस के खंडाते और दीप बनशोड छात्र ने बताया कि बैठने के लिए बेंच नहीं हैं। छत टपकती है। बारिश में पुस्तकें और कपड़े गीले हो जाते हैं। हाई स्कूल तो हैं पर भवन नहीं हैं। हम चाहते हैं कि हाई स्कूल के लिए भवन बन जाए ताकि पढ़ाई अच्छे से हो सके।
नाम का एकीकृत स्कूल
चिखला बांध में एक समय बालक प्राथमिक शाला का भवन हुआ करता था। लेकिन अब वह भवन भी समायोजित हो गया हैं।शासकीय एकीकृत स्कूल में प्राथमिक शाला कक्षा पहली से पांचवी तक 30 बच्चें हैं।जिनके बैठने के लिए केवल दो कमरे हैं। माध्यमिक शाला कक्षा छटवीं से कक्षा आठवीं तक 65 बच्चें और हाई में 101 बच्चें हैं। सभी 5 कक्षाओं के लिए मिडिल, अतिरिक्त कक्षों का प्रयोग कर 5 कमरे हैं। जो कुल 196 बच्चें हैं। नाम का एकीकृत स्कूल है। जर्जर भवन में स्कूलें लगती हैं।
हाई स्कूल के बच्चे बैठते हैं जमीन पर
एकीकृत हाई स्कूल चिखला बांध में कक्षा नवमीं व दसवीं में 101 बच्चें हैं। जहां करीब 10-15 बैंच,टेबल ही हैं। ऐसे में जो बच्चा पहले स्कूल पहुंचता हैं उसे बैंच में बैठने को मिल जाता है। जो बच्चा देर से आता है,उसे नीचे बैठना पड़ता है।बारिश में छत टपकती है। जिसकी वजह से जमीन पर बैठने से कपड़े गीले हो जाते हैं। बच्चों के लिए पर्याप्त बेंच और टेबल नहीं है। स्कूल के लिए बजट आता है हर साल,उसका क्या होता है संकूल प्रभारी ही जानें।
इनका कहना हैं
मेरे सरपंच के दूसरे कार्यकाल में सन् 1996-97 में मिडिल स्कूल भवन बना था। रखरखाव नहीं होने की वजह से यह जर्जर हो गया। चिखला बांध में हाई स्कूल होने के बाद भी भवन नहीं होने से मीडिल स्कूल में हाई स्कूल लगता है।शासन से स्कूल भवन की कई बार मांग कर चुके हैं,पर अभी तक कुछ हुआ नहीं।
कुंवर लाल बघेल, पूर्व सरपंच चिखला बांध
स्कूल भवन का प्रस्ताव गया है
हमारे द्वारा हाई स्कूल भवन के लिए प्रस्ताव भेजा गया हैं। वैसे तो मिडिल स्कूल के भवन में ही हाई स्कूल संचालित हो रहीं हैं। जिससे बच्चों को बैठने में परेशानियां हो रहीं है। पर्याप्त संख्या में टेबल और बैंच नहीं होने से बच्चों को जमीन में बैठना पड़ता है। बारिश में बेहद परेशानी होती है।
एन.एल.मेश्राम, प्राचार्य एकिकृत हाई स्कूल चिखला बांध
नया भवन देखा जा रहा है
चिखला बांध की हाईस्कूल की जानकारी खैरलांजी बीईओ से ली तो उन्होंने बताया कि जो भवन जर्जर है, वहां स्कूल संचालित नहीं कर रहे हैं। नए भवन के लिए देखा जाएगा।
अश्विनी उपाध्याय, जिला शिक्षा अधिकारी बालाघाट