
Children reach school after ripping the river
राष्ट्रमत न्यूज,बालाघाट(ब्यूरो)। बालाघाट जिले के परसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में बहने वाली नेहरा नदी की धार को चीर कर बच्चे स्कूल पहुंचते हैं। वो किस तरह नदी की धार को चीरते हुए स्कूल रोज पहुंचते हैं।उसका एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो देखकर सवाल उठना लाजिमी है। अब भी बालाघाट के कई क्षेत्रों में सरकारी विकास नहीं पहुंचा है। केवल कागजों में मौसम गुलाबी है।
ये नजारा विधायक के क्षेत्र का है
यह तस्वीर बालाघाट जिले के परसवाड़ा क्षेत्र में बहने वाली नेहरा नदी के खराड़ीघाट की है। जहां स्कूली बच्चे अजय, राकेश और अनिल नदी पार करते हुए नजर आ रहे हैं। ये कक्षा छठवीं के छात्र है, जो अपने गांव टिकरिया से रोज दुरेंदा स्कूल के लिए निकलते ह।ैं लेकिन इनके रास्ते में नेहरा नदी पड़ती है। पढ़ना है तो इसे पार करना इनकी मजबूरी है। सबसे हैरानी की बात ये है कि ये नजारा विधायक मधु भगत के गांव से महज 10 किलोमीटर दूर का है। जहां आजादी के वर्षो बाद भी नेहरा नदी पर पुल नहीं बनाया जा सका। बरसात का मौसम आते ही ये नदी बच्चों की पढ़ाई और उनके सपनों के बीच सबसे बड़ी रुकावट बनती है।
शिक्षित होने की जिद
विडियो में हालात यू देखने मिले कि स्कूल ड्रेस और किताबें भीग न जाए इसलिये बच्चे अपनी ड्रेस उतारकर बैग में भरकर नदी पार करते है। पहले वे कांधे के सहारे अपनी साईकिल पार करते हंै और फिर स्कूल बैग लेकर नदी पार करते है।लौटते समय भी उन्हें ऐसा ही करना पड़ता है।शिक्षित होने की जिद ही है जो इन मासूमों को रोजाना नदी की धार से लड़ते हुए आगे बढ़ना पड़ता है। इससे इंकार भी नहीं है कि अपनी जान जोखिम में डालते हैं।