
Chief minister marrage event canceled ,action should be taken against the convict
बालाघाट (ब्यूरो)। जनपद पंचायत लालबर्रा में आयोजित होने वाले मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह को अचानक रद्द कर दिये जाने पर हर कोई जनपद सीईओ को दोषी ठहरा रहा है। जनपद उपाध्यक्ष किशोर पालीवाल ने कहा कि जनपद सीईओ और जिला पंचायत सीईओं दोषी है। उनके खिलाफ कार्यवाही होनी चाहियें। कलेक्टर ने आश्वस्त किया है कि जल्द ही नई तारिख घोषित की जायेगी। हमारी तैयारी पूरी तरह पूर्ण है।
दोषी के खिलाफ कार्रवाई हो
जनपद उपाध्यक्ष किशोर पालीवाल ने कहा हम संगठन के जरिये भी इस विषय को लेकर सरकार तक आवाज उठायेगें और दोषी अधिकारियों पर कार्यवाही करवायेगें। इधर पांढरवानी लालबर्रा सरपंच अनीस खान ने कहा कि सामूहिक विवाह जनपद पंचायत अधिकारी एवं जनप्रतिनधियों की गलती के कारण निरस्त कर दिया गया है। मुझे जरा भी संकोच नही है कि यह सब कार्य कमीशन बाजी के चलते निरस्त हुआ है। शासन की गाइडलाइन के अनुरूप टेंडर लिया जाना था, लेकिन मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं जनपद जनप्रतिनिधियों ने आपसी साठगाठ कर इसे आॅफलाइन टेंडर के माध्यम से निविदा लेकर नियम विरुद्ध सामूहिक विवाह करवाने वाले थे। कमीशन का सौदा नहीं पटा तो आयोजन रद्द कर दिया गया। हमारी मांग है कि जिसकी भी गलती से सामूहिक विवाह आयोजन रद्द हुआ है उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
तीन फार्म का पंजीयन भी हुआ
जनपद उपाध्यक्ष किशोर पालीवाल ने बताया कि 17 फरवरी को विज्ञापन निकाला गया। जिसके बाद जनपद में 60 फार्म आये थे और 03 फार्म का रजिस्टेªशन भी हो चुका था तथा 57 फार्म पेंडिग थे। इस आयोजन के लिये ईटेंडर प्रक्रिया का हवाला दिया जा रहा है। जिसे क्रियान्वित करने के लिये व्यवस्था राशि 2.50 लाख के उपर होनी चाहियें। तभी ईटेंडर प्रक्रिया की जा सकती है। कार्यपालन अधिकारी का यही कहना है कि ई टेंडर नहीं करवाया गया है। जबकि हमारे द्वारा 17 फरवरी को विज्ञापन निकालकर 28 तारिख को बंद लिफाफे में टेंडर प्रक्रिया करवाकर कम रेट वाले ठेकेदार को कार्य देकर सारी व्यवस्थायें कप्लीट करवाई गई थी।