
Chhangur baba used to rape hindu women for conversion
राष्ट्रमत न्यूज,लखनऊ(ब्यूरो)। बलरामपुर का रहने वाला छांगुर बाबा इन दिनों एटीएस के कब्जे में है। धीरे धीरे इसकी सारी परतें खुलती जा रही है। इसे विदेशों से पैसा कौन और कहां कहां से मिलता था। इसके शार्गिद कैसे धर्मातरण करते थे। जो हिन्दू लड़कियां मुस्लिम धर्म नहीं स्वीकारती थीं,उनके साथ रेप कर उनका वीडियो बना लेता था।इसके आलीशान घर को ढहा दिया गया है। इसके घर के दरवाजे की नक्काशी देखते ही बनते थी। धर्म के नाम पर छांगुर अवैध जमीन पर कब्जा कर रखा था। कहीं दूसरे जगह जाता था तो अपने आदमियों से कोड वर्ड में बातें करता था,ताकि पुलिस न पकड़ ले। अवैध फंडिग इसे धर्मांतरण के लिए तुर्की आदि देशों से मिलता था। नग और अंगूठी बेचने वाला छांगुर देखते ही देखते बाबा बन गया। औरत और पैसों से खेलने लगा। उसकी हकीकत के पीछे का पर्दा हटने पर उसकी काली करतूत दिखने लगी है।
जबरन धर्म परिवर्तन करवाया
बलरामपुर उत्तर प्रदेश में छांगुर बाबा उर्फ जलालुद्दीन की गिरफ्तारी के बाद से कई बड़े खुलासे हो चुके हैं। यह तो पहले ही दिन साफ हो गया था कि छांगुर बाबा जबरन धर्मांतरण का एक अवैध रैकेट पूरे उत्तर प्रदेश में चला रहा था, अब पता चला है कि पकड़े जाने के डर से वो हमेशा ही कुछ खास कोड वर्ड का इस्तेमाल करता था। यूपी एसटीएफ को पूछताछ के दौरान ये सारी बातें पता चली है।छांगुर बाबा पर आरोप है कि उसने कई लड़कियों का जबरन धर्म परिवर्तन करवाया था। अपनी एक कोठी में ही वो इस रैकेट को अंजाम दे रहा था।
हिन्दू लड़कियों से करते थे शादी
जलालुद्दीन उर्फ छांगुर और नीतू उर्फ नसरीन को एटीएस की गिरफ्त में है। धर्मांतरण के मामले में दोनों से लगातार पूछताछ की जा रही है। धर्मांतरण के मामले में औरैया की एक युवती ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। उसने बताया कि छांगुर बाबा के शार्गिदों में शामिल मेराज ने अपने भाइयों की शादी हिंदू लड़कियों से कराई। इसमें मेराज ने सगे, चचेरे भाइयों उमर, राजा उर्फ डॉ. अबू सईद अंसारी और छांगुर के भतीजे सबरोज, रशीद, साले के बेटे शहाबुद्दीन और रमजान की भी शादियां हिंदू लड़कियों से करने की बात जांच में सामने आई है। यही नहीं छांगुर बाबा के जितने शागिर्द हैं, अधिसंख्य हिंदू लड़कियों को धर्मांतरण कराके उनसे शादी करते थे। धर्मांतरण गैंग के सरगना जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा और उसकी सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन पर शिकंजा कसता जा रहा है। यूपी एटीएस और प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम लगातार मामले की जांच में जुटी हुई है। इस क्रम में जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा के महिलाओं को अवैध धर्मांतरण के खेल में फंसाने के पूरे खेल का खुलासा हुआ है।
छांगुर के कोड वर्ड समझें
जब पुलिस ने छांगुर बाबा से सख्ती से पूछताछ की तो उसने इस बात को स्वीकार किया कि जब भी वो अपने गुर्गों से बात करता था तो वो ‘प्रोजेक्ट’, ‘मिट्टी पलटना ‘काजल लगाना’ और ‘दर्शन’ जैसे कोड वर्ड का लगातार इस्तेमाल करता था। यहां पर प्रोजेक्ट का मतलब लड़की था, मिट्टी पलटने का मतलब धर्म परिवर्तन, काजल लगाने का मतलब ब्रेनवॉश था और दर्शन का सीधा मतलब पीड़िता को बाबा से मिलवाना था।छांगुर बाबा इतना ज्यादा चालाक था कि वो लड़कियों को फंसाने के लिए उन्हें विदेशी यात्रा, नौकरी और छात्रवृत्ति का लालच देता था। लेकिन अब उसके खिलाफ कानून का शिकंजा कसता जा रहा है। एक तरफ उसकी संपत्ति जब्त हो रही तो वहीं बलरामपुर में उसकी आलीशान कोठी के खिलाफ बुलडोजर एक्शन हो चुका है।
नग और अंगूठी बेचता था छांगुर
छांगुर बाबा का जन्म उत्तर प्रदेश के बलरामपुर के उतरौला में हुआ था। उसका बचपन रेहरा माफी गांव में बीता। आगे चलकर उसने इसी गांव में अपने सभी काम शुरू किए। छांगुर बाबा को लेकर कहा जाता है कि इसका बचपन काफी गरीबी में बीता था। कई सालों तक उसने भीख मांगकर अपना पेट भरा। बाद में कुछ समय के लिए छांगुर ने साइकिल से नग और अंगूठी बेचने का काम भी किया।
धर्मांतरण के लिए तीन सेक्शन
धर्मांतरण के लिए छांगुर ने तीन सेक्शन बनाए थे। पहले सेक्शन में महिलाओं को शामिल किया गया था। वह गरीब और अनुसूचित जाति की महिलाओं को अपने जाल में फंसाकर धर्मांतरण कराती थी। दूसरे सेक्शन में युवतियों को रखा गया था। वे देह व्यापार में लिप्त गरीब युवतियों को फंसाकर धर्मांतरण करवाती थी। तीसरे सेक्शन में मुस्लिम युवकों को रखा गया था। वे नाम बदलकर हिंदू युवतियों को प्रेम जाल में फंसा कर धर्म परिवर्तन कराते थे।
छांगुर करता था धर्मांतरण
छांगुर को लेकर कहा जा रहा है कि वो जाति देखकर लड़कियों का धर्म परिवर्तन कर रहा था। अलग-अलग जातियों के लिए उसने अलग रेट भी फिक्स कर रखे थे। उसने अपने घर पर कलावा, धार्मिक किताबें भी रखी थीं।जांच में सामने आया है कि जो महिलाएं धर्मांतरण के लिए राजी नहीं होती थी, उनका रेप कर वीडियो बनाया जाता था। वीडियो वायरल करने का दबाव बनाकर उन्हें धर्मांतरण के लिए मजबूर किया जाता था। महिलाओं के धर्मांतरण का काम महिलाओं को ही सौंपे जाते थे।जांच में सामने आया है कि धर्मांतरण के बाद महिलाओं और युवतियों को छांगुर से मिलवाने मधुपुर लाया जाता था। धर्मांतरण का केंद्र बिंदु उतरौला कोतवाली का मधुपुर गांव था। यहीं बैठकर जलालुद्दीन उर्फ छांगुर का नेटवर्क पूरे देश में चल रहा था।