
CBSE 10th exam twice a year from 2026
नई दिल्ली (ब्यूरो)। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) 10वीं की बोर्ड परीक्षा 2026 से साल में 2 बार कराएगा। बोर्ड ने मंगलवार को इससे जुड़े ड्राफ्ट को मंजूरी दे दी। पहली परीक्षा 17 फरवरी से 6 मार्च तक, दूसरी 5 से 20 मई तक होगी।इस फैसले का फायदा 26 लाख से ज्यादा बच्चों को मिलेगा। 2025 के एग्जाम में 24 लाख से ज्यादा बच्चे बैठ रहे हैं। इस पैटर्न पर सेशन 2021-22 में एग्जाम ली जा चुकी है। इसके बाद फैसला वापस ले लिया गया था।बोर्ड ने यह फैसला बच्चों के एग्जाम स्ट्रेस को देखते लिया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि JEE की तरह 2 बार परीक्षा से बच्चों को मानसिक तौर पर फायदा होगा। एक बार स्कोर कम होने पर वह दूसरी बार उसे बेहतर कर सकें।
बोर्ड ने 9 मार्च तक फीडबैक मंगाया
बोर्ड ने इस ड्राफ्ट पर स्टेकहोल्डर्स से 9 मार्च तक फीडबैक देने को कहा है। इसमें स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन, पेरेंट्स एसोसिएशन, टीचर्स एसोसिएशन, पॉलिसी मेकर्स और चुने हुए NGOs शामिल हैं।
JEE की तरह 2 बार एग्जाम से स्ट्रेस घटेगा
साल में 2 बार एग्जाम कराने का ड्राफ्ट अगस्त 2024 में तैयार किया गया था। इस दौरान शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा था कि जिस तरह स्टूडेंट्स के पास साल में दो साल इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन के लिए जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम (JEE) देने का ऑप्शन होता है, उसी तरह स्टूडेंट्स 10वीं के एग्जाम साल में दो बार दे सकेंगे।मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन ने पिछले सप्ताह 19 फरवरी को CBSE बोर्ड सचिव और दूसरे शिक्षाविदों के साथ साल में 2 बार बोर्ड एग्जाम कराने को लेकर चर्चा की थी। शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने CBSE, NCERT, KVS, NVS और कई स्कूल पदाधिकारियों के साथ साल में 2 बार परीक्षाएं कराने पर चर्चा की जिसके बाद ये फैसला लिया है।