
Care ful,hi hellos message then the person who has come to talk on the phone has come
राष्ट्रमत न्यूज,लखनऊ(ब्यूरो)। मुरादाबाद में दो महिलाएं रेकी कर ऐसे व्यक्ति को फांसती थी जिनकी उम्र 40 से ऊपर है। पैसे वाला है। अकेला रहता है। ऐसे लोगों को व्हाटसएप पर हाय हेलो को मैसेज करती थी।दूसरी तरफ से जवाब आता तो कुछ घंटों तक कोई रिप्लाई नहीं देती करती थी। बाद में धोखे से या गलती से मैसेज होने की बात कहकर बातचीत शुरू कर देती और फिर धीरे से एजेंडे पर आ जातीं। व्यक्ति को अकेले में मुलाकात का लालच देकर बुलाती थी। उसके बाद गंदा खेल खेलती। इन दिनों लोगों को ठगने का नया तरीका ठगी करने वाले महिलाओं ने अपना रखा है। ऐसा आप के साथ भी हो सकता है।
आरोपी व्यक्ति को शिकार बना लेते थे
सिविल लाइंस पुलिस के अनुसार, हेलो-हाय के मैसेज के बाद पांच दिनों के भीतर आरोपी व्यक्ति को शिकार बना लेते थे। दीवान का बाजार निवासी महक उर्फ फरीदा, गुलाबराय का बाग निवासी रानी उसके गुर्गे एकता कॉलोनी निवासी राहुल शर्मा, चंदनपुर इशापुर मूंढापांडे निवासी राधेश्याम, सोनू शर्मा और अमन गिरोह में शामिल सभी की भूमिका तय थी।
उसके प्रति आकर्षित हो जाते
महक की उम्र 35 है तो रानी 28 साल की है। महक की उम्र ज्यादा होने के चलते युवक उनके झांसे में नहीं आ रहे थे। रानी की उम्र कम थी, इसलिए लोग उसके प्रति आकर्षित हो जाते। मैसेज पर बात महक करती। जब चेहरा दिखाने का नंबर आता तो रानी को आगे कर दिया जाता था।गिरोह में शामिल सभी पुरुषों का काम था कि वह ऐसे व्यक्ति को चिह्नित करें जो महिलाओं से बात करने के इच्छुक हैं। खासकर ऐसे व्यक्तियों का चयन करते थे जो किसी विभाग में नौकरी करते हैं और उनकी पत्नी नहीं हो या फिर सेवानिवृत्त हो चुके हैं।
युवाओं को अपने जाल में फंसाया
लोगों का चयन करते समय यह भी ध्यान रखते थे कि अगर वह शराब पीता हो तो आसानी से फंस जाएगा। दोनों महिलाएं शाम को ही मैसेज करती थी, जिससे नशे में वह बात करें। सेवानिवृत्त सचिव को भी मंगलवार की शाम बुलाया गया। पुलिस की मानें तो उस दौरान उन्होंने शराब पी रखी थी। इसी के चलते वह आसानी से चंगुल में फंस गए। पुलिस की जांच में यह भी निकलकर सामने आया कि शुरुआत के दिनों में इस गिरोह ने युवाओं को अपने जाल में फंसाया था।युवाओं की आपत्तिजनक वीडियो भी बनाई, लेकिन युवाओं से इतने रुपये नहीं मिल पाए जितने रुपये यह गिरोह मांगता था। ऐसे में इस गिरोह ने अपनी योजना को बदला और 40 साल से ऊपर के व्यक्तियों को फंसाना शुरू कर दिया।