
Car caught fire outside bhopal collectorate
भोपाल । भोपाल के कलेक्टर ऑफिस के गेट पर खड़ी एक फोर व्हीलर में मंगलवार दोपहर एक युवक ने पेट्रोल डालकर आग लगा दी। गाड़ी में भूसा भरा था। इससे यह कुछ देर में ही जलकर खाक हो गई। बताया जाता है कि प्रॉपर्टी विवाद की शिकायत लेकर परिवार कलेक्टोरेट पहुंचा था। कार्रवाई नहीं होने से नाराज होकर गाड़ी में खुद ही आग लगा दी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, इन्होंने आत्मदाह की कोशिश भी की।
युवा संगठन भोपाल’
कलेक्टोरेट गेट पर धुं-धुं जल रही गाड़ी से हड़कंप मच गया। तुरंत फायर बिग्रेड को सूचना दी गई। करीब 20 मिनट में आग पर काबू पाया जा सका। कोहेफिजा पुलिस भी मौके पर पहुंची और एक युवक को पकड़ लिया। सूमो (एमपी 04 एच- 9336) में ‘जिला महामंत्री महाराणा प्रताप युवा संगठन भोपाल’ लिखी एक प्लेट भी रखी मिली। एएसआई जागरिया झा ने बताया, एक युवक गाड़ी के ऊपर चढ़ा था। तुरंत उसे हटाया और आग बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई।
जिपं सीईओ-एडीएम आग बुझाने दौड़े
गाड़ी में आग लगाने के दौरान जिपं सीईओ सिंह जनसुनवाई कर रहे थे। वहीं, एडीएम जैन एक मीटिंग में थे। जैसे ही उन्हें आग लगने की जानकारी मिली, वे दौड़े और वहां रखें अग्निशामक यंत्र या फायर एक्सटिंग्विशर को उठाकर आग बुझाने दौड़े। इसी बीच दमकल भी आ गई और आग पर काबू पा लिया गया।
फैसला विपक्ष में आया था
परिजनों का आरोप था कि जनसुनवाई में उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई, लेकिन बाद में पता चला कि इस मामले में हाईकोर्ट ने स्टे दे रखा है। जिला न्यायालय से फैसला इनके विपक्ष में आया था। इसके बाद वे हाईकोर्ट पहुंचे थे। जहां से स्थगन मिला। हालांकि, जमीन पर अभी कब्जा इन्हीं के पास है। जिला प्रशासन पर जल्दी कार्यवाही का दबाव बनाने के लिए यह कदम उठाया, जबकि स्टे होने से किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं हो सकती है। कलेक्टर सिंह ने बताया, इस मामले में हाईकोर्ट के निर्देशानुसार कार्यवाही की जा रही है।