
Buffalo scam in mp ,buffalo of tribals is tied to dabango
राष्ट्रमत न्यूज,भोपाल(ब्यूरो)। सरकार ने बैगा,सहरिया आदिवासियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए भैंस दी है। प्रशासन की सूची के मुताबिक 70 लोग लाभार्थी है।जबकि सच्चाई यह है कि 60 भैंसे किसी और के घर में बंधी है। यानी भैंसे गांव में रसूखदारों के घर जाकर दूध दे रही हैं।आदिवासी सिर्फ नाम के लिए उन भैंसों के मालिक हैं और उनकों मिलने वाली भैसों पर दबंगो,रसूखदार लोगों ने कब्जा कर लिया है। यह हाल अकेले शिवपुरी का ही नहीं अन्य जिलों का भी है।
एक है दूसरी का पता नहीं
शिवपुरी जिले की कोटा ग्राम पंचायत की लाभार्थी आदिवासी महिला कुसुमला की दो बहुएं घर पर थी। उन्होंने बताया कि उनके परिवार को दो भैंसे मिली थी। एक तो यहीं है लेकिन दूसरी का पता नहीं वो कहां है।
सूची में 70 के पास भैंस
पशुपालन विभाग की जारी सूची के 75 नाम मौजूद हैं दूसरे आदिवासी बहुल गांव बस्ती काकर में जसवीर आदिवासी लाभार्थी हैं। जब जसवीर के घर पहुंचे तो वहां एक भी भैंस मौजूद नहीं मिली। जब उनसे पूछा गया कि आपको सरकार के जरिये जो भैंस मिली है वो कहां है। उन्होंने बताया फार्म में है।फार्म किसका है सवाल पर उनका कहना था कि सरदार के पास था।यानी जसवीर को दो भैंसे मिली थी दोनों को उन्होंने सरदार को दे दी।इसलिए जगह नहीं थी भैसों को रखने की।
60 लाभार्थी के पास भैसें नहीं
प्रशासन की सूची के मुताबिक 70 लाभार्थी हैं। लेकिन मौके पर किसी के पास भैंस नहीं है। 60 लाभार्थी के पास भैंस नहीं है। दो गावों में विश्राम,कुसुमला गांवों में जसवीर, बीरबल, बालकिशन, राधेश्याम और मिथुन जैसे कई नाम ढूंढ निकाले जिनके पास भैंस नहीं हैं। इस पर पशु पालन विभाग के संयुक्त संचालक डाॅ बीपी यादव ने बताया कि जांच की जा रही है। जिन दबंगों ने ऐसा किया है उन पर कार्रवाई भी होगी।डाॅ यादव के मुताबिक पहले भी इस तरह की शिकायत आई थी तो कार्रवाई की गई थी।हम एक.एक हितग्राही की जांच करेंगे।
ऐसे कैसे आत्मनिर्भर बनेंगे आदिवासी
जाहिर सी बात है कि गांव के रसूखदारों ने आदिवासियों से फार्म भरवाए, दस्तावेज लिए, और अंशदान के पैसे खुद जमा कर दिए। मतलब सरकारी योजना में भैंस आदिवासी के नाम लेकिन बंधी मिली दबंगों के बाड़े में है। कहीं.कहीं तो दोनों भैंसे दबंगों के पास है। सरकार कहती है कि आदिवासियों को आत्मनिर्भर बनाना है लेकिन अब सवाल ये है कि आत्मनिर्भर कौन हो रहा है? कहने को बिहार में लालू का चारा घोटाला प्रसिद्ध है,लेकिन एम पी में भैंस घोटाला भी हैरान करता है।