
Boycott of turkish apple in india
नई दिल्ली (ब्यूरो)। पाकिस्तान का साथ देन तुर्की को बहुत महंगा साबिता होगा। इसलिए कि भारत के सारे थोक व्यपारी तुर्की से आने वाले हर सामान को मंगाने से मना कर दिया है। यानी बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। अब भारतीयों को तुर्की का सेब खाने को नहीं मिलेगा। भारत में तुर्की के बीच 100-200 करोड़ रुपए से अधिक का लेन देन हर महीने पुणे में होता था। पूरे महाराष्ट्र में यह आंकड़ा 1000-2000 करोड़ रुपए तक पहुंच जाता है। पूरे भारत में तुर्की से 10,000-20,000 करोड़ रुपए का आयात होता है। अगर इन सबका बहिष्कार किया जाता है तो तुर्की को बहुत बड़ा नुकसान होगा और उसे आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा क्योंकि भारत एक बहुत बड़ा उपभोक्ता बाजार है।
बहिष्कार को लेकर ट्रेंड चला
भारत और पाकिस्तान के बीच कई दिनों तक चले सैन्य संघर्ष के दौरान तुर्की को लेकर भी सोशल मीडिया पर काफी चर्चा रही क्योंकि तुर्की ने खुलकर पाकिस्तान का साथ दिया। इस वजह से सोशल मीडिया पर लोगों ने तुर्की से भारत आने वाले प्रोडक्ट्स के बहिष्कार को लेकर ट्रेंड चलाया। दिल्ली, यूपी से लेकर महाराष्ट्र तक व्यापारियों ने तुर्किये के सामान का विरोध किया है। इसकी वजह तुर्किये का पाकिस्तान को समर्थन देना है। भारत के व्यापारी तुर्किये से बड़ी मात्रा में सेब मंगाते हैं।
तुर्किये के सेब नहीं बेचेंगे
गाजियाबाद के एक व्यापारी ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया, तुर्किये, पाकिस्तान को ड्रोन भेजता है। इन्हीं ड्रोन्स से पाकिस्तान ने भारत पर हमला किया। इसी वजह से हमने फैसला लिया है कि तुर्किये के सेब नहीं बेचेंगे।एक अन्य व्यापारी शादाब खान ने बताया कि हमने तुर्किये के हर सामान का बायकॉट किया है। सेब के अलावा तुर्किये से हम कई सामान आयात करते थे। हमने ये फैसला इसलिए लिया, क्योंकि तुर्किये, पाकिस्तान का सपोर्ट करता है। तुर्किये का भारत से अच्छा बिजनेस है, लेकिन अब हमने उससे सारा व्यापार खत्म कर दिया है। भविष्य में हम तुर्किये से कुछ भी आयात नहीं करेंगे।भारत तुर्किये से सालाना 1200 करोड़ रुपए का सामान आयात करता है। इसमें सेब की बड़ी मात्रा भी शामिल है।
व्यापारिक संबंध तोड़ने का फैसला
साहिबाबाद फल मंडी के एक व्यापारी ने ANI से कहा, “तुर्की ने हाल के दिनों में पाकिस्तान का समर्थन किया है। हमने तुर्की के साथ सभी व्यापारिक संबंध तोड़ने का फैसला किया है क्योंकि उसने पाकिस्तान का समर्थन किया है, जिसका मतलब है कि उसने एक तरह से आतंकवाद का समर्थन किया है। हम नहीं चाहते कि कोई देश हमारे पैसे का इस्तेमाल हमें नुकसान पहुंचाने के लिए करे।”
तुर्किये और चीन के सरकारी चैनल ब्लॉक
भारत सरकार ने बुधवार को तुर्किये के सरकारी चैनल TRT वर्ल्ड और चीन के सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स और शिन्हुआ के X अकाउंट ब्लॉक कर दिए हैं। इन पर भारतीय सेना को लेकर बिना फैक्ट की खबरें फैलाने का आरोप है। इन मीडिया की ओर से पाकिस्तान की ओर से ड्रोन हमले और भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश जैसी झूठी खबरें भी फैलाई गईं।