
Bhupesh big disclosure cbi took it from my house
रायपुर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी तीस मार्च को आ रहे हैं। उनके भाषण के लिए कंटेंट तैयार करने के लिए सीबीआई का छापा मेरे यहां मारा गया है। पहले ईडी आई और अब सीबीआई। सीबीआई कोरे कागज पर हस्ताक्षर करा के ले गयी है। कुछ नहीं मिला तो मेरी प्रापर्टी के ओरिजनल दस्तावेज ले गयी है। साथ ही मेरे तीन मोबाइल। सीबीआई को जिसके यहां छापा मारा मारना चाहिए उसके यहां नहीं जाती।
उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार को अपने परिसरों पर सीबीआई की छापेमारी (CBI Raids) को राजनीति से प्रेरित करार दिया । उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 30 मार्च को राज्य के निर्धारित दौरे के दौरान उनके भाषण के लिए मसाला जुटाने के लिए की गई है। भूपेश बघेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि, हमने महादेव सट्टा के मास्टरमाइंड सौरभ चंद्राकर की गिरफ्तारी की मांग भी की थी, लेकिन अभी तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई।
दुबई से भारत ले आते
छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल और कई नेताओं पर CBI ने छापेमार कार्रवाई की। इसके खिलाफ कांग्रेस प्रदेशभर में प्रदर्शन कर रही है। वहीं बघेल ने तंज कसते हुए कहा कि, सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल दुबई में उनके प्रिय कथावाचक प्रदीप मिश्रा के यजमान बने हुए हैं। अगर सरकार चाहे तो प्रदीप मिश्रा से मदद ले लेती, मिश्रा एक मंत्र फूंकते और तुरंत उनको दुबई से भारत ले आते, लेकिन वह भी नहीं हो पाया।
बघेल ने यह भी दावा किया कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने उनके भिलाई आवास से उनकी संपत्ति के कागजात और उनके मोबाइल फोन भी ले लिए हैं । अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने बुधवार को कथित 6,000 करोड़ रुपये के महादेव ऐप घोटाले के सिलसिले में बघेल के आवास पर 14 घंटे तक तलाशी ली । बघेल ने आरोप लगाया कि महादेव ऐप के प्रमोटरों के पास भाजपा नेताओं के साथ तस्वीरें हैं, लेकिन उनसे पूछताछ नहीं की जा रही है, बल्कि हमारे (कांग्रेस) खिलाफ कार्रवाई की जा रही है ।वहीं, कथा वाचक प्रदीप मिश्रा जो भाजपा की प्रशंसा करते हैं, वह सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के मेहमान बनकर दुबई गए थे । मैं सीबीआई अधिकारियों से पूछता हूं कि अगर उनमें हिम्मत है, तो प्रदीप मिश्रा से पूछना चाहिए।
बिना सूचना के CBI घर में आई
बघेल ने अपनी गैरहाजिरी में राजपुर स्थित सरकारी आवास पर बिना सूचना के सीबीआई की कार्रवाई पर भी सवाल उठाए. उन्होंने इस मुद्दे को उठाते हुए सोशल साइट एक्स पर लिखा कि सुना है कि मेरे रायपुर के शासकीय आवास में भी CBI पहुंची थी. मुझे इसकी कोई भी सूचना नहीं दी गई, न ही भिलाई निवास में आए CBI अधिकारियों ने मुझे इसकी जानकारी दी. मेरी अनुपस्थिति में मेरे शासकीय आवास में बिना मुझे सूचना दिए प्रवेश करना पूर्णतः अनाधिकृत है. इसके बाद उन्होंने सवालिया लहजे में लिखा कि क्या भाजपा अब सीबीआई के माध्यम से कोई षड्यंत्र रच रही है?
जिला स्तर पर होगा कांग्रेस का प्रदर्शन
जिला स्तर पर आयोजित इस विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस के तमाम बड़े नेता मौजूद रहेंगे। बता दें कि ED के बाद अब CBI ने महादेव सट्टा एप मामले में बुधवार को भूपेश बघेल समेत उनके करीबियों के ठिकानों पर दबिश दी थी। कांग्रेस ने इसे द्वेषपूर्ण कार्रवाई करार देते हुए आज यानी 27 मार्च को राज्यभर में विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है।
छापे को बताया राजनीति से प्रेरित
राज्य के दुर्ग जिले के भिलाई शहर में अपने आवास पर सीबीआई की ओर से कार्रवाई पूरी करने के बाद मीडिया से बात करते हुए बघेल ने कहा कि छापेमारी पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है. 30 मार्च को प्रधानमंत्री आने वाले हैं, उनके भाषण के कंटेंट बनाने के लिए यह छापा डाला गया है. इसके अलावा और कोई कारण नहीं है.
मुझे कोई सूचना नहीं मिली
बघेल ने दावा किया कि सीबीआई के पास भिलाई में उनके आवास का तलाशी वारंट था, लेकिन एजेंसी ने उन्हें रायपुर में उनके आधिकारिक आवास पर छापेमारी के बारे में नहीं बताया । उन्होंने कहा कि रायपुर स्थित सरकारी आवास पर छापेमारी की मुझे कोई सूचना नहीं मिली ।घर से बाहर आने के बाद मुझे वहां छापेमारी के बारे में पता चला । उन्होंने वहां जो कुछ भी प्लांट किया था, उसके लिए मैं जिम्मेदार नहीं हूं, क्योंकि न तो मैं वहां था और न ही कोई परिवार का सदस्य. यह उनकी साजिश है।
जमीन के ओरिजनल दस्तावेज ले लिए
बघेल ने कहा कि यह कार्रवाई पूरी तरह राजनीतिक द्वेष से प्रेरित है। 15 दिन पहले ED ने छापा मारा था, अब CBI आ गई। उन्हें पहले से पता था कि कुछ मिलने वाला नहीं है। जब ED कुछ नहीं निकाल पाई तो CBI भी सिर्फ फोटोकॉपी पर साइन करवाकर ले गई।उन्होंने आगे कहा, CBI ने मेरी सभी प्रॉपर्टी और जमीन के ओरिजनल दस्तावेज ले लिए। ये वही प्रॉपर्टी है जिसकी पहले रमन सिंह सरकार ने जांच कराई थी, फिर ED ने, और अब CBI कर रही है। अगर कुछ गलत होता तो पहले ही सामने आ चुका होता। ये सिर्फ चुनावी राजनीति के तहत किया जा रहा है। मेरे घर में कुछ नहीं मिला, तो CBI अधिकारी मेरे 3 मोबाइल ले गए।
मैंने ही शुरू की महादेव ऐप के खिलाफ कार्रवाई
बघेल ने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार ने महादेव बेटिंग ऐप के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की थी. राज्य में (पिछली) कांग्रेस सरकार के दौरान, महादेव बेटिंग ऐप के संबंध में लगभग 74 एफआईआर दर्ज की गई और 200 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया और इससे संबंधित 2000 से अधिक बैंक खाते फ्रीज किए गए ।उन्होंने कहा कि तब कांग्रेस सरकार ने केंद्र से ऐप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी करने और उन्हें विदेश से गिरफ्तार करने का अनुरोध किया था।
‘हिम्मत है तो प्रदीप से करो पूछताछ
वहीं, (धार्मिक गुरु) प्रदीप मिश्रा जो भाजपा की प्रशंसा करते हैं, सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के मेहमान बनकर दुबई गए थे। मैं सीबीआई अधिकारियों से पूछता हूं कि अगर उनमें हिम्मत है, तो प्रदीप मिश्रा से पूछना चाहिए, जिनका कार्यक्रम वर्तमान में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के गृह जिले जशपुर जिले में चल रहा है । सौरभ चंद्राकर और प्रदीप मिश्रा के बीच क्या संबंध हैं।CBI की वजह मैं दिल्ली नहीं जा सका’
बघेल ने आरोप लगाया कि महादेव ऐप के प्रमोटरों के पास भाजपा नेताओं के साथ तस्वीरें हैं, लेकिन उनसे पूछताछ नहीं की जा रही है, बल्कि हमारे (कांग्रेस) खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आज मुझे अगले महीने अहमदाबाद (गुजरात) में होने वाली एआईसीसी की बैठक के लिए दिल्ली में ‘ड्राफ्टिंग कमेटी’ की बैठक में शामिल होना था, लेकिन मैं वहां नहीं जा सका. सीबीआई सुबह करीब 7.30 बजे मेरे घर में घुसी और शाम करीब 4.15 बजे तलाशी खत्म होने के बावजूद करीब 9.15 बजे गई.
इन आरोपों मेंED और CBI ने दी दबिश
उन्होंने कहा कि 15 दिन पहले ईडी ने मेरे घर पर छापा मारा था, ऐसे में सीबीआई को फिर से छापेमारी में मेरे घर से क्या मिलेगा । ईडी ने हमारी संपत्तियों से जुड़े दस्तावेजों की फोटोकॉपी ली थी । सीबीआई ने संपत्तियों के मूल कागजात ही ले लिए। बघेल ने कहा कि मैंने सीबीआई से कहा कि फोटोकॉपी छोड़ दें, क्योंकि उनके बाद आईटी और ईओडब्ल्यू आएंगे और कार्रवाई के नाम पर वे क्या बरामद करेंगे । ईडी का छापा कथित शराब घोटाले से जुड़ा था और सीबीआई की कार्रवाई महादेव ऐप से जुड़ी थी, लेकिन दोनों ने मेरी संपत्ति की जांच की ।उन्होंने कहा कि इन कार्रवाइयों का उद्देश्य मुझे बदनाम करना और परेशान करना है । बघेल ने कहा कि वे (भाजपा) पंजाब के पार्टी प्रभारी बनने के बाद और हाल ही में अदालत ने उन्हें सात साल पुराने सीडी मामले में बरी कर दिया है इसको लेकर हताश हैं।
CBI का छापा जायज – साव
इससे पहले दिन में छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि कांग्रेस को अपने नेता भूपेश बघेल और अन्य के परिसरों पर सीबीआई की तलाशी को राजनीति से नहीं जोड़ना चाहिए और जांच में सहयोग करना चाहिए. साव ने कहा कि राज्य में पिछली बघेल के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान ‘कई बड़े घोटाले’ हुए, जिनकी जांच सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कर रही है ।उपमुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि जांच की इस श्रृंखला में सीबीआई ने बुधवार को राजनेताओं, आईपीएस अधिकारियों और अन्य अधिकारियों के ठिकानों सहित करीब 50 ठिकानों पर छापेमारी की। साव ने कहा था कि सीबीआई की कार्रवाई जांच की सतत प्रक्रिया का हिस्सा है. यह जांच किसी एक व्यक्ति के इर्द-गिर्द नहीं है, क्योंकि इसके दायरे में अधिकारी भी आ रहे हैं ।इस कार्रवाई को राजनीति से जोड़ना उचित नहीं है ।कांग्रेस हमेशा ऐसी कार्रवाई को राजनीति से जोड़ती है. जब ये घोटाले हुए, तब मुख्यमंत्री कौन था?’ उन्होंने कहा कि यह उनके (कांग्रेस) कार्यकाल में हुआ। उन्हें जांच एजेंसियों के साथ जांच में सहयोग करना चाहिए और डरने की कोई जरूरत नहीं है. ये स्वतंत्र एजेंसियां हैं और ये राजनीति के आधार पर काम नहीं करती हैं।
सत्ता की हताशा के सिवा कुछ नहीं है-बैज
इस बीच छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने दावा किया कि भाजपा ने ‘विफल छापेमारी और विफल साजिशों’ के बाद बघेल और यादव के पीछे सीबीआई भेजी. उन्होंने आरोप लगाया कि तमाम असफल छापों और नाकाम साजिशों के बाद, अब भाजपा ने सीबीआई को भूपेश बघेल और देवेंद्र यादव के पीछे लगा दिया । बुधवार की सुबह से ही सीबीआई हमारे दोनों नेताओं के घर पर जमी हुई है, लेकिन ये सत्ता की हताशा के सिवा कुछ नहीं है. याद रखो, न कांग्रेस झुकेगी, न कांग्रेस रुकेगी. ये लड़ाई सिर्फ नेताओं की नहीं, हर उस सच्चाई पसंद लोगों की है, जिसे सत्ता के दम पर कुचलने की कोशिश हो रही है । भाजपा याद रखे, सत्य झुकता नहीं, और अन्याय का अंत निश्चित है।
भूपेश की छवि खराब करने की साजिश है
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने कार्रवाई की निंदा की और कहा कि केंद्रीय एजेंसियां बघेल को परेशान करने की कोशिश कर रही है । सिंहदेव ने कहा है कि बार-बार छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को एजेंसियों की ओर से परेशान करना बेहद निंदनीय है। ये केवल भूपेश बघेल की छवि को खराब करने की भाजपा की नाकाम कोशिश है. प्रदेश की भाजपा सरकार छत्तीसगढ़ राज्य को चलाने में असमर्थ साबित हो रही है, इसलिए जनता से जुड़े मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए ऐसे प्रयास कर रही है । उन्होंने कहा कि पहले ईडी और फिर सीबीआई जैसी जांच एजेंसियों को भाजपा की बी टीम बन कर काम करने से फुर्सत ही नहीं है । अभी हाल में ईडी की ऱओ से विपक्ष के नेताओं पर कार्रवाई की रिपोर्ट खुद सरकार को जब दिखानी पड़ी, तो निश्चित हो गया कि यह केवल धमकाने और परेशान करने का हथियार बना हुआ है। भाजपा द्वारा राजनीतिक द्वेष की भावना से की जा रही यह कार्रवाई लोकतंत्र का हनन है।