
Bastars naxalites are coming to balaghat,will not make red corridor -IG
राष्ट्रमत न्यूज,बालाघाट(ब्यूरो)। बालाघाट जिले में नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन को लीड कर रहे आईजी संजय कुमार ने कहा है कि, छत्तीसगढ़ के बस्तर में नक्सलियों के खात्मे की रफ्तार तेज है। अब वहां नक्सली दबाव महसूस कर रहे हैं। इसलिए बस्तर के नक्सली बालाघाट की ओर आ रहे हैं। बालाघाट जिला नक्सली सूची से बाहर हो गया है। और हमारी पूरी कोशिश रहेगी फिर से नक्सली जिला की सूची में बालाघाट का नाम न आए। बालाघाट में बस्तर के नक्सलियों को लाल गलियारा बनाने नहीं देंगे।
रवि ग्रेनेड लांचर एक्सपर्ट था
आईजी संजय कुमार ने कहा कि रूपझर थाना क्षेत्र के सोनेवानी चौकी के पचामा दादर कटेझिरिया जंगल में 14 जून को हुई मुठभेड़ में चार नक्सली मारे गए थे। उसमें नक्सली रवि ग्रेनेड लांचर चलाने में एक्सपर्ट था और महिला नक्सली रीता मलाजखंड दलम के डीवीसीएम चंदु की पत्नी रीता मुठभेड़ में मारे गए।
नक्सली रवि बस्तर का है
एक सवाल के जवाब में उन्होने कहा कि रवि पहले दर्रेकसा दलम में था और बाद में मलाजखंड दलम में शामिल हो गया था। मुठभेड़ वाले क्षेत्र में पालागोंदी निवासी नक्सली दीपक का प्रभाव है। स्थानीय होने के कारण दीपक सबसे अधिक सक्रिय है। बस्तर में दबाव बढ़ने के कारण नक्सली जंगल की ओर आ रहे हैं। लाख कोशिश करे लें नक्सली लेकिन बालाघाट में लाल गलियारा नहीं बनाने देंगे। सभी नक्सली जीआरबी डिवीजन में एसीएम स्तर के थे। जिसमें महिला नक्सली रीता उर्फ तुब्बी श्रीरांगु हिडामी पति चंदू उर्फ देवचंद, महाराष्ट्र के कोरची तहसील अंतर्गत नवेझरी की रहने वाली थी। जिस पर मध्यप्रदेश में 56 अपराध दर्ज थे। उस पर 14 लाख का ईनाम था। इसी प्रकार नक्सली रवि, छत्तीसगड़ के पश्चिम बस्तर का रहने वाला था। जिस पर 14 लाख का ईनाम था। और उस पर मध्यप्रदेश में 23 अपराध दर्ज थे। जबकि महिला नक्सली तुलसी उर्फ विमला उर्फ ईमला महिला नक्सली सुमन बस्तर छतिसगढ़ हैं। नक्सली तुलसी पर 13 अपराध और सुमन पर 10 अपराध दर्ज थे। दोनों पर ही 14-14 लाख का ईनाम था।
आईईडी बनाने की सामग्री
नक्सलियों के पास से आटोमेटिक हथियार जैसे एसएलआरए एक हैंड ग्रेनेड, एक राकेट लांचर, एक 315 राइफल और कारतूस बरामद किए गए हैं। साथ ही वाकिटाकी, आईईडी बनाने की सामग्री दैनिक सामग्री भी बरामद किया गया हैं कुछ नक्सली भागने में सफल हो गए पुलिस जवानों के द्वारा सर्चिंग आपरेशन तेज कर दिया गया हैं। कुछ नक्सली घायल हाने की भी जानकारी हैं। जो करीब एक दर्जन भर नक्सली थें। सर्च आपरेशन जारी हैं।
अब एक एरिया कमेटी बची
इस आपरेशन में हाकफोर्स, सीआरपीएफ, सीआपीएफ कोबरा और जिला पुलिस बल के करीब 600 जवान शामिल थे। पहले केबी डिवीजन में 3 एरिया कमेटी थीं। पुलिस कैंप स्थापित होने के बाद अब केवल एक एरिया कमेटी बची है। इसमें बस्तर और महाराष्ट्र के नक्सली शामिल हैं।
एमपी की सरेंडर पाॅलिसी बेहतर
एसपी आदित्य मिश्रा ने कहा मध्यप्रदेश नक्सल सरेंडर पालिसी बहुत ही अच्छी हैं। हम एक प्रयास शुरू कर रहें हैं जिसे एकल सुविधा केन्द्र कहा जाता हैं जो भी चौकी नक्सली क्षेत्र में लगी हैं वहा पर आदिवासी ग्रामीणों को बेसीक सुविधाएं मिल सकें। चाहें स्वास्थ्य, आधार, सरकारी योजनाओं का लाभ हम चैकियों के माध्यम से दिला दे। हम अपील करते हैं की जो नक्सली सरेंडर करेगें उनका कोई भी बाल भी बाका नहीं होंगा। नक्सली खबराते हैं जो पूर्व में भी देखा गया हैं कि पूर्व में भी नक्सलियों ने सरेंडर किया हैं उन्हें पुरी सुरक्षा मिली हैं। मेरी पुनः अपील हैं कि इस गलत विराचधारा को छोड़े और मुख्य धारा से जुड़े। हमारा पुरा सहयोग रहेंगा आपको पुनवार्स करने में और आपको मुख्यधारा में लाने में।