
Bag women tied rakhi to women security forces
राष्ट्रमत न्यूज,बालाघाट(ब्यूरो)। उकवा की सामाजिक संस्था बीस वर्षो से नक्सली क्षेत्र में तैनात जवानों को रक्षा सूत्र बांधती आ रही हैं। रक्षा सूत्र बांध कर कहती हैं हमारे जवान भाई सुरक्षित रहें। नक्सली क्षेत्रों में सुरक्षा के लिए तैनात सुरक्षा बल के जवानों को बैगा महिलाएं पहली बार रखी बांधकर गदगद हुई।
पहली बार बैगा महिलाएं राखी बांधी
पहली बार अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र पचामा घोंदी की बैगा बहने रूपझर थाना पहुंची और अपने हाथों में राखी और थाल सजाकर सुरक्षा में तैनात जवानों को रक्षा सूत्र बांधा। इनमें बहुत सारी महिलाएं ऐसी थी, जिन्होंने जीवन में आज तक कभी किसी भाई को राखी ही नहीं बांधी थी।परन्तु जिला पुलिस अधीक्षक आदित्य मिश्रा की अद्भुत कार्यशैली ने आज लोगों के हृदय को छुआ। बैगा बहनों ने भयमुक्त होकर पुलिस को अपना सच्चा भाई मानकर रूपझर थाना पहुंची। प्रत्येक जवानों के माथे पर तिलक लगाकर उन्हे राखी और रक्षासूत्र बांधा।
पुलिस वालों के प्रति विश्वास जागा
महिलाओं ने बताया कि हमारी उम्र गुजरने लगी पर न हमे घर का पट्टा मिला था, न हमारा कोई कागजात तैयार था, न कोई हमारा साथ देता था और यदि कोई साथ दे भी तो पास में पैसे नहीं होते थे कि हम अपना कोई दस्तावेज बना सके। परंतु अब पुलिस के जवान हमारे घर आते है। हमारा सुख दुख पूछकर हर संभव मदद करते है। चाहे इलाज करवाना हो या कोई कागज तैयार करना हो या बच्चे का स्कूल में दाखिला करना हो। हर प्रकार से एक भाई की तरह हमारी मदद करते है। इसलिए अब हमें पुलिस वालों के प्रति विश्वासन होने लगा है।
जिला बल जवान उपस्थित रहे
रूपझर थाने में सामाजिक कार्यकर्ता जेम्स बारीक की पहल पर आयोजित कार्यक्रम में हाकफोर्स के डीएसपी संदीप बांगरे, थाना प्रभारी योगेंद्र दुबे, सीआरपीएफ निरीक्षक रूपेश कुमार सिंह,चैकी प्रभारी आकाश शर्मा, उपनिरीक्षक भूपत सिंह, धर्मेंद्र परमार, मायाराम सरोते, रौशन कुमार, बाबूलाल मीणा,आदि के साथ साथ केंद्रीय रिवर्ज पुलिस बल के जवान, हाकफोर्स और जिला बल के जवान उपस्थित थे।