
Attention fal ceilling falls in deputy CM hospital,now many injured
राष्ट्रमत न्यूज,रीवा (ब्यूरो)। मध्यप्रदेश में रीवा के सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल की व्यवस्था को देखकर लगता है इसे डफर स्पेशलिटी अस्पताल नाम दिया जाना चाहिए। मरीज अस्पताल आते हैं इलाज के लिए मगर अस्पताल जानलेवा हो जाए तो हैरानी होती है। डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ला यानी स्वास्थ्य मंत्री के सपनों का सुपर स्पेशलिटी अस्पताल अब हादसों का अस्पताल बन गया है। बुधवार तड़के करीब 4 बजे अस्पताल के थर्ड फ्लोर स्थित न्यूरो सर्जरी विभाग के वार्ड में फाल सीलिंग अचानक मरीजों और उनके अटेंडरों के ऊपर गिर गई। हादसे में कई मरीज और परिजन चपेट में आकर घायल हो गए। सूचना मिलते ही अस्पताल प्रबंधन मौके पर पहुंचा और सभी मरीजों को सुरक्षित बाहर निकालकर दूसरे वार्ड में शिफ्ट किया।
हादसों का अस्पताल
संजय गांधी अस्तपाल हो या फिर सुपरस्पेशलिटी अस्तपाल दोनों हादसों के अस्पताल बन गए हैं।अस्पतलों में मरीजों को उपचार के लिए अमानक दवाएं तो मिलती ही है अब कब उनके सिर पर अस्पताल की छत गिर जाए इसकी गारंटी नहीं। बुधवार को हुई घटना नयी नहीं है। एक दिन पहले ही मेडिकल कालेज द्वारा निर्मित नए भवन की फाल सीलिंग भी भरभराकर गिर गई थी। हालांकि वहां कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ था। लगातार हो रही इन घटनाओं ने अस्पताल निर्माण और मेंटेनेंस की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
बारिश में ऐसी घटनाएं आम
अस्पताल स्टाफ और मरीजों का कहना है कि पहले भी ओपीडी और गैलरी में फाल सीलिंग गिरने की घटनाएं हो चुकी हैं लेकिन अब यह मरीजों और उनके परिजनों की जान के लिए खतरा बनती जा रही है।इस घटना पर मेडिकल काॅलेज के डीन सुनील अग्रवाल का कहना है कि बारिश के कारण ऐसी घटनाएं हो रही हैं और रिपेयरिंग के लिए टेंडर जारी किए गए हैं। रिपेयरिंग के बाद इस तरह की घटनाएं रुक जाएंगी। सवाल यह है कि अस्पताल प्रबंधन अभी तक सो क्यों रहा था। क्या वह इंतजार कर रहा था कि लोग मरें उसके बाद टेंडर निकालेंगे।
फिर मरीज भर्ती न करें
डीन डाॅ सुनील अग्रवाल के मुताबिक बारिश की वजह से ऐसी घटनाएं होती रहती हैं, ऐसे में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए अस्पताल के बाहर एक बोर्ड लगा देना चाहिए कि बारिश तक मरीज भर्ती नहीं किये जाएंगे।क्यों कि अस्पताल की छत,प्लस्तर,फाल सीलिंग यहां गिरती रहती है। अपनी जवादारी पर ही मरीज भर्ती हो। अस्तपाल प्रबंधन इसके लिए जवाबदेही नहीं होगा।