
Attack on religion will not be tolerated
नई दिल्ली। बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार और एक हिंदू पुजारी को गिरफ्तार करने का मुद्दा बुधवार को लोकसभा में उठाया।बीजेपी सांसद हेमा मालिनी समेत पार्टी के कुछ और सदस्यों ने पड़ोसी देश में हिंदुओं की सुरक्षा के लिए केंद्र सरकार से हस्तक्षेप का अनुरोध किया और संसद से एक प्रस्ताव पारित करने की भी मांग की।
इस्कान के लोग अच्छा काम कर रहे
शून्यकाल में इस विषय को उठाते हुए मथुरा से सांसद हेमा मालिनी ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर और इस्कान संस्था एवं उसके अनुयायियों पर चरमपंथियों द्वारा किए जा रहे हमले निंदनीय हैं। उन्होंने हिंदू पुजारी चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी का उल्लेख करते हुए कहा कि इस्कान के लोग मानवता के लिए अच्छा काम कर रहे हैं।
धर्म पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं
हेमा मालिनी ने कहा मैं स्वयं कृष्ण भक्त हूं और इस्कान की अनुयायी हूं। मैं कृष्ण की पावन नगरी मथुरा की प्रतिनिधि हूं।हम धर्म पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं करेंगे। यह विदेश नीति का विषय नहीं है, बल्कि हमारी भावना का विषय है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश सरकार को हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।
मैं बेहद दुखी और परेशान हूं
संसद के शीत कालीन सत्र का बुधवार को 7वां दिन है। लोकसभा में बांग्लादेश हिंसा का मुद्दा उठा। मथुरा से सांसद हेमा मालिनी ने कहा- बांग्लादेश में हमारे हिंदुओं और हिंदू मंदिरों, खास तौर पर इस्कॉन और इस्कॉन भक्तों के साथ जो कुछ हो रहा है, उसे देखकर मैं बेहद दुखी और परेशान हूं। यह केवल विदेशी संबंधों का मुद्दा नहीं है, यह भारत में कृष्ण भक्तों की भावनाओं का मामला है। हिंदू मंदिरों पर लगातार हमले हो रहे हैं, हिंदू अल्पसंख्यकों की सुरक्षा खतरे में है। कट्टरपंथियों के हाथों उन्हें अत्याचारों का सामना करना पड़ रहा है। इस्कॉन पूरी दुनिया में स्थापित है, आज इसके लगभग 1,000 केंद्र हैं। वे पूरी दुनिया में वैदिक संस्कृति के प्रसार के लिए जाने जाते हैं…मैं खुद कृष्ण भक्त हूँ और इस्कॉन की भक्त हूं।
धनखड़ ने नाराजगी जताई
वहीं राज्यसभा में विपक्ष ने किसान मुद्दे पर हंगामा किया। विपक्षी नेताओं ने किसान विरोधी ये सरकार नहीं चलेगी के नारे लगाए। कई नेता वेल में चले आए। इस पर सभापति जगदीप धनखड़ ने नाराजगी जताई। उन्होंने खड़े होकर विपक्षी नेताओं का डांटा। धनखड़ ने कहा- ये नारेबाजी और घड़ियाली आंसू यहां नहीं चलेंगे। आपके लिए किसानों का हित स्वार्थ के लिए है।