
Anubha munjare arrived with a sack dap fertilizer
बालाघाट। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के आह्वान पर तथा विधायक दल के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार के नेतृत्व में आज भोपाल में विधानसभा का घेराव किया गया.कांग्रेस के विधायकगण डीएपी खाद की बोरी सर और हाथ में लेकर पहुंचे थे.बालाघाट विधायक अनुभा मुंजारे भी इस प्रदर्शन में शामिल हुई। विधायक अनुभा मुंजारे भी किसानों की खाद की समस्या और सरकार के वादा खिलाफी को लेकर डीएपी खाद की बोरी लेकर शामिल हुई।
वादा खिलाफी याद दिलाने आंदोलन
इस दौरान विधायक अनुभा मुंजारे ने कहा कि कांग्रेस सदन व सडक दोनों स्थान पर सरकार को वादा खिलाफी याद दिलाने आंदोलन करेगी. जब सरकार अपने वादा को पूरा नहीं कर रही है तो विपक्ष के रूप में हमें सड़को पर और विधानसभा में भी आवाज उठानी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि देश को आजादी दिलाने के लिए भी सड़को पर उतरना पड़ा था। जब सरकार ही कुछ सुन नहीं रही तो हमें सड़को पर उतरना ही पड़ा. कांग्रेस किसान, मजदूर आदिवासी दलित सभी की हितेषी और उनके हितों की रक्षा करने का कार्य कर रही है। विधायक अनुभा मुंजारे ने कहा कि प्रदेश की डॉ मोहन यादव सरकार ने चुनाव के पूर्व और बाद में वादा किया है। वादा किया कि हम किसानों की धान 3100 रुपए प्रति किवंटल, गेहूं 2700 और सोयाबीन 6000 रुपए की दर पर खरीदी करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। लाडली बहनो को 3000 रुपए प्रति महीने देने कहा था परंतु यह राशि नहीं दी जा रही है। खाद का अभाव है और किसानों को खाद नहीं मिल रही। ऐसे में इस सरकार को वादा याद दिलाने का कार्य किया गया है।
सरकार से जवाब मांगेंगे
विधायक मुंजारे ने कहा कि हमने सडक पर प्रदर्शन किया है और अब सदन के भीतर सरकार से उनके संकल्प और वादा को याद दिलाकर जवाब मांगेंगे। प्रदेश सरकार के एक साल पुरे होने पर मनाये जा रहे जश्न की विधायक अनुभा मुंजारे ने आलोचना करते हुए कहा कि सरकार किस बात का जश्न मना रही और उपलब्धि गिना रही। सरकार किसानों को धान की दर 3100 रुपए दे नहीं रही है। महिलाओ पर अत्याचार और उत्पीड़न के मामले बढे है। आदिवासियों और दलितों का दमन किया जा रहा है, अगर नैतिकता है तो मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए। बता दे कि विधानसभा घेराव में कांग्रेस के सभी विधायकगण मौजूद रहे. घेराव के चलते सुरक्षा के कड़े पहरे थे। बावजूद कांग्रेस ने विधानसभा का पुरजोर घेराव किया और सरकार को उनके वादा याद दिलाने का कार्य किया गया। सरकार की जनविरोधी गतिविधि को सामने लाने का प्रयास किया गया।