
All is well not in balaghat congress
राष्ट्रमत न्यूज,बालाघाट(ब्यूरो)। मध्यप्रदेश के संगठनात्मक ढांचे की सर्जरी के बाद से हर जिले में नियुक्त जिलाध्यक्षों को लेकर विरोध का घंटा बजने लगा है। बालाघाट कांग्रेस में भी आल इज वेल नहीं है। बैहर विधायक संजय उइके को जिलाघ्यक्ष बनाए जाने से कोई खुश नहीं है। नाराजगी और दूरियां स्वभाविक है। इसलिए कि संजय उइके विधायक हैं ऐसे में जिलाघ्यक्ष बना कर दूसरे का हक मारा गया। प्रदेश कांग्रेस अघ्यक्ष जीतू पटवारी को लेकर कहा ही जा रहा है कि उन्होंने जिलाध्यक्ष की कुर्सी कई जिलों में बेची है। पार्टी का एक व्यक्ति भी ऐसा आरोप लगा रहा है तो जाहिर सी बात है कि पार्टी हाई कमान ने कांग्रेस के संगठनात्मक ढांचे की सर्जरी करने में कही न कहीं गलती की है। उसका असर आने वाले चुनाव पर पड़ सकता है।
संजय से बना ली दूरियां
बालाघाट कांग्रेस में दरार आ गयी है। इसी से समझा जा सकता है कि बीते दिनो भारत रत्न स्व राजीव गांधी की जयंती पर सद्भावना दिवस मनाया गया। लेकिन पार्टी के अंदर एकता नहीं दिखी। कांग्रेसियों ने राजीव गांधी की जयंती के अवसर पर अलग अलग कार्यक्रम आयोजित किये। जिलाध्यक्ष के साथ तीन विधायकों और कुछ गिने चुने लोगों ने सुजान धर्मशाला में कार्यक्रम आयोजित किया। लेकिन यहां पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी और कार्यकर्ता नदारद थे। उनकी अनुपस्थिति यही दर्शाती है कि बैहर विधायक संजय उईके को पुनःजिलाध्यक्ष बनाये जाने से जिला कांग्रेस कमेटी में उनके प्रति समर्पण की भावना किसी में नहीं है। नए जिलाध्यक्ष से लोग दूरियां बना लिए हैं।
पंजा को कमजोर कर रहें
श्रद्धांजली कार्यक्रम शुक्रवार को कार्यालय में आयोजित हुआ। जहां कांग्रेस के दिव्यंगत नेताओं को श्रद्धांजली सभा में उमेद लिल्हारे ने अपनी ही पार्टी के विधायकों पूर्व सांसदो कांग्रेस में शामिल पूर्व सांसद बोधसिंह भगत पर अभद्र टिप्पणी की। खूब खरी खोटी सुनाई। उन्होने बालाघाट विधायक अनुभा मुंजारे और हीना कावरे को लेकर भी तीखी बातें कही। जाहिर सी बात है कि पार्टी के अंदर विरोध तंबूरा वादन करने के पीछे संजय उइके का जिलाघ्यक्ष बनना है। ऐसे में हाथ मजबूत होने की वजह से अपाहिज हो जाएगा। पार्टी के अंदर लोगों का कहना है यदि समय रहते जिलाध्यक्ष नहीं बदला गया तो पंजा कमजोर हो जाएगा। हाईकमान को कायदे से रायशुमारी को लेकर जिलाघ्यक्ष नियुक्त किया जाना चाहिए।
जमीनी कार्यकर्ता नाखुश
बालाघाट में कांग्रेस जिला अध्यक्ष पद पर विधायक संजय उइके की दोबारा नियुक्ति से विरोध ज्वार बढ़ता जा रहा है। पार्टी के लोगों का कहना है कि संजय के अध्यक्ष बनने से जमीन कार्यकर्ताओं की गहरा धक्का लगा है। कांग्रेस नेता जुगल शर्मा ने चेतावनी दी कि अगर जिले में संगठन अध्यक्ष का नाम थोपा गया तो कार्यकर्ता साथ नहीं देंगे। श्रद्धांजलि कार्यक्रम में भी कोई विधायक नहीं पहुंचा। कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि विधायक मुख्यमंत्री के कार्यक्रमों में अपनी हाजिरी लगाने जाते हैं।