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मुंबई। भाजपा गठबंधन रुझानों में एक तरफा जीत की ओर आ गया। उसे 200 से ज्यादा सीटें मिलती दिख रही हैं। वहीं इंडिया गठबंधन 55 सीटों पर ही सिमटती नजर आ रही है। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 13 सीट मिली थी। उसे लगा था कि महाराष्ट अब हमारी मुट्ठी में है। लेकिन विधान सभा चुनाव में ऐसा नहीं हुआ। लाड़ली बहना योजना यहां भी काम कर गयी। राज्य में साढ़े तीन करोड़ महिलाओं को लाड़ली बहना योजना का लाभ दिया गया।
ठाकरे युग अवसान की ओर
महाराष्ट के आ रहे चुनाव परिणाम से एक बात साफ हो गयी कि असली NCP अजित पवार की पार्टी है। वहीं असली शिवसेना एकनाथ शिंदे की शिवसेना है। ठाकरे युग अवसान की ओर जाता दिख रहा है। वहीं BJP आर्थिक नगरी महाराष्ट्र को भी अपने कब्जे में कर ली। अगला सीएम जाहिर सी बात है कि अमित शाह की पसंद फडणनवीस हैं। एकनाथ शिंदे के पास कोई चारा नहीं होगा। हो सकता है वो डिप्टी सीएम बनना स्वीकार लें। अजीत पवार 38 पाकर मंत्री बनना ही बेहतर समझेंगे। BJP 128 सीट पर बढ़त बनाए हुए है। कांग्रेस और उद्धव शिवसेना और पवार की NCP को पांच साल इतजार करना पड़ेगा।
कांग्रेस गठबंधन पिछड़ गया
कांग्रेस गठबंधन पिछड़ गया है। वह 55 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। BJP 149 सीटों पर चुनाव लड़ी थी। इनमें 128 सीटों पर आगे है, यानी भाजपा 86% सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। CM एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम अजित पवार आगे चल रहे हैं। नागपुर साउथ-वेस्ट सीट से देवेंद्र फडणवीस 7000 से ज्यादा वोट से बढ़त बनाए हुए हैं। उद्धव ठाकरे की शिव सेना के नेता संजय राउत ने कहा कि कुछ तो गड़बड़ है। यह जनता का फैसला नहीं है।
इस बार मुकाबला महायुति और महाविकास अघाड़ी के बीच था। महायुति में बीजेपी, शिवसेना (एकनाथ शिंदे) और एनसीपी (अजित पवार) शामिल है, जबकि MVA में कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव ठाकरे) और एनसीपी (शरद पवार) है। महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों पर 20 नवंबर को वोटिंग हुई थी। 2019 के मुकाबले इस बार 4% ज्यादा वोटिंग हुई। 2019 में 61.4% वोट पड़े थे। इस बार 65.11% वोटिंग हुई।
& मानखुर्द शिवाजी नगर सीट से सपा नेता अबू आजमी आगे चल रहे हैं। इस सीट से एनसीपी के नवाब मलिक पिछड़ गए हैं।
& माहिम से शिव सेना (यूबीटी) के महेश सावंत आगे चल रहे हैं। यहां से राज ठाकरे के बेटे अमित अमित ठाकरे पीछे चल रहे हैं
शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने कहा, ‘महाराष्ट्र की जनता का मन हमें मालूम है। नतीजो में कुछ तो गड़बड़ है। ये नतीजे हमें कबूल नहीं हैं। महायुति ने पूरी मशीनरी कब्जे में ले ली है।’