
A hundred house were broken again in nirala nagar
रीवा। निराला नगर वार्ड क्रमांक नौ के अतिक्रण को आज फिर हटाने की कार्रवाई नगर निगम ने की। सौ से अधिक मकान ढहाए गए। मंगलवार को भी बेजा कब्जा हटाने की कार्रवाई की गयी थी। बस्ती नाले के किनारे बसे सभी घरों पर बुलडोजर चला। उसकी वजह यह कि यह बेजा कब्जे में घर बना था और हर बारिश में जल भराव की स्थिति यही निर्मित होती थी।
बारिश से बस्ती डूब जाती थी
नगर निगम आयुक्त सौरभ सोनवणे ने बताया कि यह अतिक्रमण आज का नहीं है। बरसों से चला आ रहा था। इस अतिक्रमण की वजह से बारिश में पूरी बस्ती डूब जाती थी। यहां से जिन्हें हटाया जा रहा है उनमें जो भी पात्र हितग्राही है उन को प्रधान मंत्री आवास में शिफ्ट किया जा रहा है। बावजूद इसके कुछ लोग इस कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं।
संदिग्ध लोगों का अड्डा
नगर निगम को इस बस्ती से कई तरह की शिकायतें आ रही थी। एक तरीके से यह क्षेत्र अपराधियों का अड्डा बन गया था। यहां कई तरह के संिदग्ध काम होने की शिकायतें आस पास के लोगों ने की थी। चूंकि यहां सरस्वती स्कूल, पालीटेक्निक कालेज और इंजीनियरिंग कालेज जैसे शैक्षणिक संस्थानों के के करीब ये बस्तीी वाले रहते थे। जिसका असर विपरीत असर विद्यार्थियों की पढ़ाई पर भी पड़ रहा था। कई लोग इस बस्ती में अपनी अपनी दुकानें भी बना ली थी। जबकि कई लोगों को प्रधानमंत्री आवास मिल जाने के बावजूद बस्ती नहीं छोड़े थे। नगर निगम के अतिक्रमण दस्ते के अधिकारी सुखेन्द्र चतुर्वेदी ने बताया कि अभी तक 100 से अधिक मकानों को हटाया जा चुका है। आगे भी यह कार्रवाई जारी रहेगी।
दुकानें बनेंगी
यह माना जा रहा है कि पास ही कोर्ट है,कई शिक्षण संस्थाएं हैं।इसलिए यहां कोई काम्पलेक्स बन सकता है।ताकि कोर्ट के वकीलों और आने वाले पेशकारों को अपनी अवश्क्ता की चीजें खरीदने के लिए उचित दुकानें मिल सके।