
4 crore road in gwalior seven times dasi
राष्ट्रमत न्यूज,ग्वालियर (ब्यूरो)। कुलदीप नर्सरी चेतकपुरी से एजी आफिस पुल तक की रोड गुफा बन गई। चार करोड़ में बनी यह सड़क 11 दिन में सात बार धस चुकी है। सुबह एक डंपर रोड पर फंस गया। देखते ही देखते ये पूरी धंस गई। चंद दिनों पहले बनी ये रोड अब चलने लायक भी नहीं रही। ग्वालियर में बनी सड़कों में भ्रष्टाचार साफ साफ दिख रहा है। मानसून की पहली बारिश में ही सड़कें नगर निगम और सरकार के विकास की कलई खोल कर रख दी है।
ग्वालियर की सड़कें सोशल मीडिया पर
ग्वालियर की जर्जर सड़कें अब सोशल मीडिया में धूम मचाए हुए है।राहुल गांधी से लेकर प्रियंका गांधी तक सोशल मीडिया पर घटिया सड़क को लेकर पोस्ट शेयर कीं और सरकार पर निशाना साधा। अब कांग्रेस ने बदहाल सड़कों को अनदेखा करने वाले जिले के प्रभारी मंत्री को खोजने की अपील की है।साथ ही खोजने वाले को 11 हजार रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की। इनामी घोषणा में ये भी कहा है कि प्रभारी मंत्री को सिर्फ केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया सिंधिया ही खोजकर ला सकते हैं।
रोड धंसी तो नजर आई सुरंग
ग्वालियर शहर की एक विशेष सड़क सरकार के लिए मुसीबत बनी हुई हैं।करोड़ों की लागत से बनी एजीआफिस से चेतकपुरी होते हुए महल गेट तक जाने वाली यह सड़क बनने के साथ ही धंसने लगी यह सड़क चैदह दिन में सात जगहों पर धंस चुकी हैं।इसके नीचे सुरंग नुमा गड्डे निकल रहे हैं।अब इसे सियासी मुद्दा बना दिया गया है। कांग्रेस सत्ता पक्ष को निशाने पर लिया है।
सिलावट को खोजने की अपील की
कांग्रेस ने शहर की बदहाल सड़क और ड्रेनेज सिस्टम की बदहाली को लेकर सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। और जिले के प्रभारी मंत्री को गैर जिम्मेदार बताते हुए सोशल मीडिया पर प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट को खोजने वाले व्यक्ति को 11 हजार रुपये का पुरस्कार देने का भी ऐलान कर दिया है। साथ ही यह भी कहा है कि प्रभारी मंत्री को सिर्फ केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ही खोज सकते हैं। लेकिन उन्हें 11 हजार रुपये की पुरस्कार की जरूरत नहीं है।
दिया जाएगा 11 हजार का इनाम
इधर बीजेपी ने कांग्रेस के सभी आरोपों को नकार दिया है। बीजेपी का कहना है कि बारिश के कारण सड़के खराब हो गई हैं, लेकिन फिर भी सड़कों को वापस दुरुस्त किया जा रहा है। प्रभारी मंत्री और केंद्रीय मंत्री सिंधिया लगातार ग्वालियर में सक्रिय रहते हैं। कांग्रेस बताएं कमलनाथ की सरकार में कितनी बार प्रभारी मंत्री या कमलनाथ ग्वालियर आए या किसी तहसील में पहुंचे।कांग्रेस बेमतलब सड़कों के नाम पर सियासत कर रही है।