
राष्ट्रमत न्यूज,बालाघाट(ब्यूरो)। प्रदेश के देवास जिले की खातेगांव तहसील के खिवनी गांव में आदिवासी परिवारों के घरों को बुलडोजर से वनविभाग तोड रहा है। आदिवासी समाज ने कहा दस दिनों के अंदर रोक नहीं लगी तो भोपाल में आदिवास समाज धरना देगा। आदिवासी कांग्रेस के नेतृत्व में जिले से पहुंचे आदिवासियों ने राष्ट्रपति और राज्यपाल के नाम सौंपे गए ज्ञापन में कहा कि वनविभाग आदिवासियो के घरों को तोड़ने की कार्यवाही बंद करे।
वनविभाग की कार्रवाई रोकें
ज्ञापन में मांग की गयी है कि वनविभाग की कार्यवाही पर सरकार से रोक लगाए। जिले के मछुरदा और अडोरी पंचायत के संरक्षित बैगा जनजाति के लोगों को खेती करने से रोक रहे। जो कि जायज नहीं है।आदिवासी कांग्रेस जिलाध्यक्ष धरमसिंह मरकाम ने कहा कि खातेगांव के खिवनी गांव में अनाधिकृत रूप से वनविभाग पुलिस बल की मदद से जबरदस्ती आदिवासियों के घरों को बुलडोजर से तोडने का काम कर रहा है। जिसको लेकर आज राष्ट्रपति और राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया है। हमारी मांग है कि जबरन की जा रही इस कार्यवाही पर रोक लगाई जाए।
तो धरना देंगे
आदिवासी प्रतिनिधि भुवनसिंह कोर्राम ने बताया कि जिले के मछुरदा और अडोरी पंचायत के लगभग 13 से 14 गांवों में निवासरत संरक्षित आदिवासी बैगा जनजाति के लोगों को वनविभाग खेती करने से रोक रहा है। जबकि वे कई पीडियों से यहां खेती कर रहे है। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि वह सालेटेकरी और बिरसा के वन अधिकारियों को आदेशित करें कि आदिवासी बैगाओं को खेती करने से रोके नहीं। उन्होंने कहा कि यदि 10 दिनों के भीतर प्रशासन वनविभाग के अधिकारियों को आदेशित नहीं करता है तो दोनों ही पंचायत के सभी गांवो के बैगा आदिवासी, परिवार सहित मुख्यालय पहुंचकर कलेक्ट्रेट के सामने धरने देंगे।