रीवा। ग्यारह माह बाद कांग्रेस बीजेपी सरकार के खिलाफ सड़कों पर सत्याग्रह करने उतरी। ऐसा लगता है जैसे गैंग रेप का इंतजार कर रही थी। जबकि गैंगरेप गुढ़ विधान के भैरव बाबा मंदिर इलाके में हुई। शहर के अदंर गोली चलने,थाने के अंदर गोली चलने और राह चलती महिलाओं के साथ पूरे ग्यारह माह वारदात होती रही, लेकिन कांग्रेस की राजनीति खामोश थी। सेमरिया विधायक अभय मिश्रा यदाकदा डिप्टी सी.एम.को निशाने पर लेते आए हैं। आज भी सत्याग्रह में कांगे्रस पुलिस प्रशासन और मोहन यादव की सरकार के खिलाफ बोलने के बजाए, डिप्टी सी.एम.राजेन्द्र शुक्ला को घेरती रही।
पुलिस व्यवस्था अपंग – राजेन्द्र
जिला कांग्रेस अध्यक्ष इंजीनियर राजेन्द्र शर्मा ने कहा गुढ़ स्थित भैरव मंदिर इलाके में 21 अक्टूबर को हुई गैंगरेप वारदात के खिलाफ कांग्रेस कमेटी ने दीपवली नहीं मनाने का फैसला किया है। दो नवम्बर तक क्रमिक धरना प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा,जिले में ऐसी वारदात पहली बार हुई है। जो निश्चय ही शर्मानाक है। अपराधियो का बोलबाला है। इन्हें न कानून का डर है और न ही पुलिस का। दरअसल जिले में पुलिस व्यवस्था पूरी तरह अपंग है। शहर के विकास का ठेका लेने का दावा करने वाले यदि कानून व्यवस्था पर भी ध्यान देते तो जिले में गैंगरेप की वारदात नहीं होती। कोरेक्स के नशे पर नकेल लगाने का अदेश देने की बजाए उसका व्यापार करने वालों को खुली छूट देना रीवा की भोली भाली जनता के हित में नहीं है। शहर के विकास के साथ समाज का भी उत्तम विकास होना चाहिए।
रीवा को उढ़ता पंजाब बना रहे
सेमरिया विधायक अभय मिश्रा ने कहा,मैं तो बरसों तक बीजेपी में रहा। इसलिए मैं बीजेपी सरकार और उसके लोगों की नस नस से परिचित हॅूं। शराब से लेकर कोरेक्स तक का धंधा करने वाले ज्यादातर लोग सत्ता से जुड़े हैं। और पुलिस के कई अफसर स्वयं कोरेक्स का धंधा कर रहे हैं और करा रहे हैं। रीवा को नशे का धीमा जहर देने का काम किया जा रहा है। मैं यह कहूं कि जिले में नशे का विकास दस गुना बढ़ा है तो गलत नहीं होगा। यह सब एक आदमी की चुप्पी की वजह से हो रहा है। उसे केवल रीवा की जमीन दिखती है। रीवा का सर्वांगीण विकास नहीं। यदि ऐसा ही चलता रहा तो रीवा में अभी केवल एक घिनौनी वारदात हुई है।वो दिन दूर नही जब रीवा नशे के मामले में उढ़ता पंजाब और अपराध के मामले में दूसरा बिहार बन जाएगा।
सभा स्थल पर मेयर अमित मिश्रा बाबा,पूर्व विधायक नीलम मिश्रा, शीला त्यागी,विद्यावती पटेल और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष बबीता साकेत,समेत कई लोगों ने अपनी बात कही।
अपराधी जेल गए
गुढ़ में गैंगरेप के आरोपियों को पुलिस ने देर से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। अब इस मामले की सुनवाई कोर्ट में होगी। इस गैंगरेप के पीछे कई सवाल हैं। अपराध करने वाले न शातिर अपराधी हैं और न ही अपराधिक उनका जीवन है। गैगरेप क्यों हुआ,यह पुलिस नहंीं बता सकी। महिला के पति के उसी पैर में अपराधी ज्यादा डंडे मारे, जिस पर राड लगा हुआ था। उन्हे यह कैसे पता। जाहिर सी बात है इस कांड के पीछे कोई वजह होगी। गुढ़ भैरव बाबा मंदिर वाला इलाका सुरक्षित नहीं है। यह जानते हुए भी पति पत्नी का वहां जाना कई सवाल छोड़ता है।