
Illegal occupation of forest land of people of jharkhand
राष्ट्रमत न्यूज सरगुजा(ब्यूरो)।अंबिकापुर जिला मुख्यालय से लगे रनपुर खुर्द के चोरका कछार में वनभूमि पर काबिज 39 लोगों के घरों में सुबह बुलडोजर चला। वन भूमि पर काबिज लोगों में ज्यादातर झारखंड के है। प्रशासन की ओर से 42 लोगों को नोटिस दी गयी थी। जिसमें से केवल तीन लोग ही दस्तावेज दिखा सके। सभी वन भूमि पर कब्जा कर रख बना लिये थे। दो माह पहले की बेदखली की नोटिस दी गयी थी।
चोरकाकछार की बेशकीमती वनभूमि को भू माफियाओं ने स्टांप में एग्रीमेंट कर बेच दिया और लोग यहां अवैध कब्जा करते गए।वन विभाग द्वारा किए गए सीमांकन में वनक्षेत्र में 42 से अधिक लोग काबिज मिले, जिन्हें दो माह पूर्व बेदखली का प्रथम नोटिस दिया गया था।
अवैध कब्जे पर बुलडोजर
कार्रवाई के लिए शनिवार को तड़के ही 500 से ज्यादा की संख्या में पुलिस बल चोरका-कछार में तैनात कर दिया गया। अंबिकापुर एसडीएम फागेश सिन्हा, रेंजर निखिल पैकरा के नेतृत्व में प्रशासनिक और वन विभाग की टीम ने बुलडोजर कार्रवाई शुरू की। लोगों को सामान हटाने के लिए कुछ समय दिया, फिर अवैध कब्जे पर बुलडोजर कार्रवाई की गई।
लोगों ने बाहर किया अपना सामान
फॉरेस्ट की कार्रवाई-SDM
अंबिकापुर एसडीएम फागेश सिन्हा ने बताया कि रनपुर में फारेस्ट की जमीन पर अवैध कब्जा था। यह कार्रवाई वनविभाग द्वारा की जा रही है। यहां प्रशासनिक एवं पुलिस का बल सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैनात है।अंबिकापुर रेंजर निखिल पैकरा ने बताया कि वनभूमि RF 2581 में स्टांप पेपर में जमीन की खरीद-बिक्री की शिकायत पर जांच की गई तो यहां अवैध अतिक्रमण पाया गया। कुल 42 लोगों को नोटिस दिया गया था। इनमें 3 लोगों ने वन अधिकार पत्र दिखाया, लेकिन 39 परिवारों ने कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया। सभी की बेदखली की कार्रवाई की जा रही है। आज कार्रवाई पूरी कर ली जाएगी।