
USE of government cement in bajaj complex, gst raid
राष्ट्रमत न्यूज,बालाघाट। अशोक बजाज काम्प्लेक्स में सरकारी सीमेंट से निर्माण कार्य चल रहा था। जीएसटी के अधिकारियों ने निर्माणाधीन काम्पेक्स में रेड डाला। काम्पलेक्स के निर्माण में उस सीमेंट का उपयोग हो रहा था,जिसे फुटकर नहीं बेचा जा सकता। जीएसटी अधिकारियों के रेड पर निर्माणाधीन स्थल पर लोगों की भीड़ लग गयी। पांच सौ बोरी सीमेंट का पंचानामा बनाया गया। जबकि काम्पलेक्स के निर्माण में आठ सौ बोरी से अधिक सीमेंट की खपत हो चुकी है।
चोरी का सीमेंट काम्पलेक्स में
आंबेडकरचौक से लेकर हनुमानचौक के बीच पिंचा गली में अशोक बजाज निजी काम्प्लेक्स का निर्माण कर रहे हैं।काम्प्लेक्स का निर्माण जिस सीमेंट से हो रहा था उसे रिटेल में नहीं बेचा जाता। जब जीएसटी की टीम ने रेड डाला उस दौरान एक महिला सीमेंट की बोरी खोलकर सीमेंट निकाल रही थी। सीमेंट की बोरी में नाट फार सेल लिखा है। ऐसी सीमेंट का उपयोग सिर्फ सरकारी ठेकेदार या बड़ी कंपनी ही कर सकती है। जीएसटी विभाग ने निर्माणकर्ता से सीमेंट का बिल मांगा।
सौ बोरी सीमेंट का पंचनामा
जीएसटी विभाग के अधिकारियों ने सौ बोरी सीमेंट का पंचनामा बनाया। लेकिन निर्माण कार्य रोका नहीं। निर्माण कार्य मे करीब आठ सौ से बोरी से अधिक सीेमेट लग चुकी है। रेड डालने वाली टीम में जीएसटी इंस्पेक्टर संध्या यादव, राज गुप्ता,राहंगडाले और मोती राम मदनकर मौजूद रहे। कार्रवाई के संबंध में जब उनसे पूछा गया तो उनका कहना था कि हम कुछ भी बताने के लिए अधिकृत नहीं है। टीम ने पूछा सीमेंट कब और कहां से कितनी ली गयी है। किसने लाया। यह कहा गया कि यदि खरीदी में जीएसटी की चोरी पाया गया तो कार्रवाई की जाएगी।
विक्रेता के से मंगवाया सीमेंट
निर्माणकर्ता अशोक कुमार बजाज का कहना हंै कि उन्होंने बालाघाट के एसीसी होलसेल सीमेंट विक्रेता के जरिए कंपनी से सीमेंट मंगवाया था। उन्होंने इससे जुड़े सभी बिल जीएसटी विभाग को सौंप दिए हैं। अब विभाग की जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई तय होगी।