
Pakistan said that if india stops water,it will be considered to be the action of war
नई दिल्ली (ब्यूरो)। पहलगाम हमले पर भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कल कई कड़े फैसले लिये थे। उस फैसले के बाद पाकिस्तान बौखला गया है। भारत ने जो फैसले लिए हैं जाहिर है उससे पाकिस्तान में गेहूं,चावल और पानी कि किल्लत बढ़ जाएगी। पाकिस्तान को आर्थिक नुकसान बेहद होगा। उसके यहां अन्न की कमी हो जाएगी। भारत की ओर से की गई कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने आज राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की बैठक की। ये बैठक इस्लामाबाद में शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में हुई। इस बैठक में पाकिस्तान के तीनों सेनाध्यक्ष, महत्वपूर्ण मंत्री, शीर्ष सिविल और सैन्य अधिकारी शामिल हुए थे।पाकिस्तान की मीडिया के मुताबिक, पाकिस्तानी सरकार का कहना है कि अगर भारत ने पाकिस्तान के हिस्से का पानी रोकने या उसकी दिशा बदलने की कोशिश की, तो इसे युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा।
एक्ट ऑफ वॉर माना जाएगा
पहलगाम हमले के बाद भारत के कड़े फैसलों के जवाब में पाकिस्तान ने दोनों देशों के बीच सभी द्विपक्षीय समझौते स्थगित करने की बात कही है। इसमें 1972 का शिमला समझौता भी शामिल है।पाकिस्तान की नेशनल सिक्योरिटी कमेटी (NCS) में गुरुवार को ये फैसले लिए गए। इसकी अध्यक्षता पीएम शहबाज शरीफ ने की। एक दिन पहले भारत ने भी सिंधु जल समझौता स्थगित करने समेत 5 बड़े फैसले लिए थे।पाकिस्तान ने कहा कि अगर भारत सिंधु जल समझौते को रोकता है तो इसे एक्ट ऑफ वॉर यानी जंग की तरह माना जाएगा। पाकिस्तान ने कहा, पाकिस्तान की संप्रभुता और सुरक्षा के लिए किसी भी खतरे का सभी क्षेत्रों में मजबूती से जवाब दिया जाएगा। हम किसी भी आतंकवादी गतिविधि की निंदा करते हैं।
पाकिस्तान की सुरक्षा परिषद में लिए गए फैसले
मीटिंग में पीएम शहबाज शरीफ, आर्मी चीफ आसिम मुनीर और अन्य शीर्ष सैन्य अधिकारी शामिल हुए।
- सभी द्विपक्षीय समझौते तत्काल प्रभाव से स्थगित किए गए।
- पाकिस्तान ने वाघा बॉर्डर बंद करने के आदेश जारी कर दिए हैं।
- भारतीय एयरलाइंस के लिए अपने हवाई क्षेत्र बंद किए।
- एनएससी बैठक के बाद पाकिस्तान ने कहा, पाकिस्तान की संप्रभुता और सुरक्षा के लिए किसी भी खतरे का सभी क्षेत्रों में मजबूती से जवाब दिया जाएगा।
- पाकिस्तान ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद सिंधु जल संधि को निलंबित करने के भारत के फैसले को ‘अस्वीकार’ करते हुए कहा कि यह 240 मिलियन पाकिस्तानियों के लिए जीवन रेखा है। भारत ने पानी रोका तो उसे युद्ध जैसा कृत्य माना जाएगा।
- इससे पहले पाकिस्तानी समाचार पत्र‘डॉन’ ने खबर दी थी कि उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने बुधवार देर रात एक निजी टेलीविजन चैनल से बात करते हुए भारत के दृष्टिकोण की आलोचना की और इसे अपरिपक्व और जल्दबाजी करार दिया था। डार ने कहा, भारत ने कोई सबूत नहीं दिया है। उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया में कोई परिपक्वता नहीं दिखाई है। यह एक गैर-गंभीर दृष्टिकोण है। उन्होंने घटना के तुरंत बाद ही इसे तूल देना शुरू कर दिया। डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, संधि निलंबन से विशेष रूप से, दीर्घकालिक जल विवाद भड़कने का जोखिम हो सकता है, जबकि राजनयिक संबंधों को कम करने से भविष्य में किसी भी तरह के तनाव को कम करने के प्रयासों में बाधा आ सकती है।
कल भारत ने लिए थे पांच कड़े फैसले
पहलगाम हमले के एक दिन बाद, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार शाम को नयी दिल्ली में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक हुई और महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। सीसीएस ने अटारी में एकीकृत जांच चौकी को तत्काल प्रभाव से बंद करने का भी फैसला किया। यह घोषणा की गई कि दक्षेस वीजा छूट योजना (एसवीईएस) के तहत पाकिस्तानी नागरिकों को भारत की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी और पाकिस्तानी नागरिकों को अतीत में जारी किए गए ऐसे किसी भी वीजा को रद्द माना जाएगा।