
PM is engaged in eviction from residence
*तीन पीढ़ियों से निवासरत है परिवार
*हरिजन और आदिवासी परिवार के साथ दबंगई
*पटवारी ने फर्जी नक्शा बनाकर साथ दिया
बालाघाट (ब्यूरो)। कटंगी शहर के तुमसर रोड पर तीन पीढ़ियों से निवासरत आदिवासी और हरिजन के 10 परिवार को पीएम आवास मिला हुआ है। पीएम आवास मिलने से परिवार खुश है। लेकिन अब यह परिवार परेशान है। उसे प्रताड़ित किया जा रहा है। राजेश खंडेलवाल की जमीन इन परिवार के घर के पीछे है। जमीन उनकी खरीदी हुई है। राजस्व दस्तावेज में हेर फेरी कर बरसों से तहसीलदार,एसडीएम कोर्ट,थाना और कलेक्टर के पास शिकायत करते आए हैं। जबकि राजेश खंडेलवार सीविल कोर्ट से मामला हार चुके हैं। हरिजन और आदिवासी परिवार चाहता प्रशासन चाहता है कि उन्हें न्याय दिया जाए। और प्रताड़ित करने वाले से मुक्ती दिलाए।
पी.एम. आवास का लाभ मिला
कटंगी नगर के वॉर्ड नंबर 3 में निवासरत कन्हैयालाल, मन्नू बिरजू, जीतसिंह, राजेंद्र,वासुदेव, राजकुमार सहित अन्य आदिवासी वर्ग के 7 परिवार और हरिजन वर्ग के 3 परिवार के करीब 50 लोग निवासरत हैं। जो अर्जुननाला प.ह.न. 101, रानिम और तहसीलदार कटंगी की खसरा नंबर 63 जो कि शासकीय आबादी भूमि हैं। जिसमें कुछ निवासरत परिवार को प्रदेश में दिग्विजय सिंह की जब सरकार थी उस दौरान पट्टा दिया गया था। उसके बाद प्रदेश की शिवराज सरकार वर्ष 2014 में आवासीय पट्टा दिया गया है। जिसके बाद ही नगरपालिका ने शहरी आवास का लाभ देते हुए पीएम आवास का लाभ दिया गया है।
प्लाटिंग के लिए करता है परेशान
निवासरत परिवारों का कहना है कि गीतादेवी का अधिकृत मुख्तयार राजेश खंडेलवाल जो बिल्डर है, एवं प्लाटिंग का कार्य करता है। हमें शासन द्वारा प्रदत्त उक्त पट्टे वाली शासकीय जमीन के पीछे गीतादेवी खण्डेलवाल की जमीन हैं। जिसका खसरा नंबर 60 और 61 हैं।पीड़ित लोगों को प्रदप्त पट्टे वाली शासकीय आबादी जमीन को अपनी जमीन बताकर इन्हें वहाँ से बेदखल करने हेतु प्रयासरत है।शासकीय पटटे प्रदप्त जमीन पर इन लोगो को प्रधानमंत्री आवास निर्माण योजना के तहत बने मकानों को तोडकर अपनी जमीन के लिए रास्ता निकालना चाहता है। ताकि उसकी भूमि स्वामी जमीन रोड से लगकर बन सके। जिससे प्लाटो की बिक्री अच्छी किमतो में हो सके।
पटवारी के जरिए फर्जी नक्शा बनवाया
निवासरत परिवारों ने कहा कि राजेश खण्डेलवाल के द्वारा पटवारी से साठगाँठ कर एक फर्जी नक्शा बनाकर आबादी भूमि को गायब कर दिया है। हम लोगों के द्वारा नक्शा दुरस्ती हेतु आवेदन कलेक्टर महोदय बालाघाट को दिया जा चुका है। किंतु नक्शा दुरस्तीकरण की कार्यवाही नहीं की गयी है। यदि नक्शा दुरस्त नहीं किया गया तो हम दस परिवार के लोग शासकीय आबादी भूमि पट्टा प्रदत्त भूमि पर बने हम लोगो के मकान तुड़वा दिया जायेगा।
जांच की मांग
जिला प्रशासन से निवासरत परिवारों ने मांग की हैं कि बंदोबस्त नक्शा सीट वर्ष 1914.15 एवं वर्तमान पटवारी के पास कार्य करने हेतु उपलब्ध नक्शे को राजस्व एवं भू अभिलेख अधिकारी कर्मचारी का दल गठीत कर जाँच करवाई जाये। जिससे वास्तविक स्थिति स्पष्ट हो सके। त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश देकर नक्शा दुरस्तीकरण की कार्यवाही की जावे।
इनका कहना है
राजेश खंडेलवाल के द्वारा प्रतिदिन प्रताड़ित करते रहता है। हमें जीने नहीं दिया जा रहा है। जबकि हमारा अधिकार अभिलेख 1954-55 में हमारे पूर्वजों का नाम दर्ज है। अधिकार अभिलेख रहकर भी प्रताड़ित करते रहते हैं और 2014-15 में हमें सरकार के द्वारा पट्टा भी प्रदान किया गया है।जिसमें आवास दिया गया है। उनकी मंशा है कि यह आबादी भूमि के पीछे उनकी भूमि है और वह यहां से चाहते हैं कि हमारा मकान तुड़वाकर यहां से रास्ता बन जाए और उनकी भूमि पर वह अवैध प्लाटिंग करें। प्रशासन से हमारी मांग है कि उक्त व्यक्ति पर कार्यवाही कर हमें न्याय दिला जाए
कन्हैयालाल मडावी, निवासरत
प्रताड़ना से छुटकारा दिलाएं
राजेश खंडेलवाल का खसरा नंबर 60 और 61 हैं, जो भूमि हमारे मकान के पीछे है। वहां पर वे अवैध प्लाटिंग का कारोबार करने के लिए हमारे मकान तोड़कर यहां से रास्ता निकाल कर अपनी जमीन को करोड़ों के भाव में बेचने की मनसा रखते हैं। हम को बेघर करने की सोच रहे हैं। आए दिन उनके द्वारा फर्जी तरीके से शिकायत की जा रही है। हमारी मांग कि उक्त व्यक्ति के ऊपर प्रशासन कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें और हमें प्रताड़ना से छुटकारा दिलावे।
राजकुमार रायकर, निवासरत
कोर्ट के आदेश पर कार्यवाही होगी
उक्त जमीन का विवाद का मामला मेरे संज्ञान में हैं। जो शायद सिविल कोर्ट में विचाराधीन हैं। उच्च अधिकारियों या न्यायालय का जो भी आदेश आयेगा उसके तहत् ही आगे की कार्यवाही की जायेंगी। रहीं बात नक्शा बंदोबस्त की तो आदेश के तहत् ही कार्यवाही की जायेंगी।
मधुवंत धुर्वे, एसडीएम कटंगीजांच के बाद कार्यवाही होगी
उक्त परिवार वालों की शिकायत का मामला आपके द्वारा मेरे संज्ञान में लाया गया हैं। उक्त मामले की जांच कर कार्यवाही की जायेंगी।
मृणाल मीणा,कलेक्टर बालाघाट