
Balaghat in second number in midday meal inspection
बालाघाट। मध्यान्ह भोजन की व्यवस्था में निगरानी की वजह से सुधार हुआ। मध्यान्ह भोजन निरीक्षण में बालाघाट प्रदेश में दूसरे नम्बर पर रहा। बावजूद इसके परसवाड़ा में बीआरसी सहित 10 बीएसी, 41 सीएसी,सरपंच और स्वसहायता समूह को लापरवाही की वजह से नोटिस दिया गया है।
प्रदेश में बालाघाट दूसरे नम्बर पर
कलेक्टर मृणाल मीना के निर्देशन और जिला पंचायत सीईओ अभिषेक सराफ के मार्गदर्शन में मध्यान्ह भोजन की व्यवस्था बेहतर हो इसके लिए निरीक्षण की प्रक्रिया शुरू हुई। इस वजह से अब स्थिति यह है कि प्रदेश स्तर पर जारी रैंकिंग में 100 प्रतिशत और निरीक्षण के मामलें में बालाघाट द्वितीय स्थान पर है। दिसम्बर और जनवरी की निगरानी रिपोर्ट में हरदा जनवरी में तो बालाघाट दिसम्बर माह में सर्वाधिक निरीक्षण में प्रथम स्थान पर है।
मध्यान्ह भोजन का सतत निरीक्षण
बालाघाट जिले ने दिसम्बर माह में सर्वाधिक 2715 स्कूलों में 3141 निरीक्षण कर प्रथम रहा। हरदा ने 815 स्कूलों में 993 निरीक्षण कर द्वितीय स्थान पर रहा। बालाघाट में 10 निरीक्षण में मध्यान्ह भोजन नही बटना पाया जबकि हरदा में 2 निरीक्षण में। इसी तरह जनवरी माह में हरदा ने 815 स्कूलों में 1028 निरीक्षण किये गए। जबकि बालाघाट में 2715 स्कूलों में 3242 निरीक्षण हुए है।
60 जिम्मेदारों को नोटिस
जिला पंचायत में मध्यान्ह भोजन प्रभारी सांत्वना अग्रवाल ने बताया कि मध्यान्ह भोजन की निगरानी का जिम्मा बीआरसी, बीएसी और सीएसी पर है। जिला पंचायत सीईओ सराफ ने उत्कृष्ठ कार्य करने वाले को प्रशंसा पत्र दिए। जबकि लापरवाही करने वाले को शोकाज नोटिस ।साथ ही प्रधान पाठक स्व सहायता समूह और सरपंच सचिवों को भी नोटिस जारी किए गए है। इसमें परसवाड़ा बीआरसी सहित 10 सीएसी व 41 सीएसी, 3 प्रधान पाठकों, 3 स्वसहायता समूहों के अलावा 2 सरपंच और सचिवों को नोटिस जारी किए गए है। जबकि लक्ष्य से अधिक शालाओं का निरीक्षण करने वाले 9 बीआरसीए 18 बीएसी और 60 सीएसी निरीक्षकों को प्रसंशा पत्र जारी किए गए है।