
NSUI put rss ban poster in rewa
रीवा। आरएसएस संविधान के खिलाफ। इस तरह के पोस्टर रीवा में कई जगह एनएसयूआई ने लगा कर बीजेपी खेमें खलबली मचा दी है। बीजेपी जिला अध्यक्ष वीरेन्द गुप्ता ने ऐसा करने वालों के खिलाफ जिला प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है। वहीं कांग्रेस ने एनएसयूआई के काम का समर्थन किया है। कांगेे्रस नेता विनोद शर्मा ने कहा महात्मा गांधी की हत्या नाथूराम गोंडसे ने की थी। जो कि संघी था। जो पोस्टर लगाए गए हैं, उसमें संघ पर बैन लगाने की वजह बताया गया है। बीजेपी वाले एक भी सवाल का जवाब दें दे कि जो पोस्टर में लिखा है, गलत है। हम अपनी गलती मान लेंगे।लेकिन ईमानदारी से बताए।
एक नई राजनीति को हवा
एनएसयूआई ने संघ के खिलाफ पोस्टर लगा कर एक नई राजनीति को हवा दे दी है। इससे इंकार नहीं किया जा सकता कि आने वाले दिनों में इस पोस्टर का सियासी रंग भी दिखेगा। गांधी का भी एक पोस्टर लगाया गया है। बीजेपी अध्यक्ष वीरेन्द्र गुप्ता की नाराजगी अपनी जगह है। पोस्टर में संघ केा संविधान विरोधी,आरक्षण विरोधी,शिक्षा बजट मे कटौती,महिला विरोधी मानिसकता,राष्ट्रीय प्रतीकों का अपमान,अल्पसंख्यकों पर हिंसा और संस्थओं पर कब्जा आदि विषयों को उल्लेखित करते हुए संघ पर बैन की बात कहीं गयी है।
प्रतिबंध लगाने की मांग
रीवा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के खिलाफ चौक-चौराहों पर पोस्टर लगाए गए है। इन पोस्टर्स को राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) की ओर से लगाया गया है, जिसे कांग्रेस ने खुला समर्थन दिया है। वहीं, भाजपा ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है।शहर के प्रमुख चौराहों पर लगाए गए इन पोस्टरों में आरएसएस को संविधान विरोधी संगठन बताया गया है। इसके अलावा, कुछ पोस्टरों में महात्मा गांधी की हत्या से जुड़े नारे भी लिखे गए हैं और संघ पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई है।
कांग्रेस-भाजपा के बीच तनाव
पोस्टर लगाए जाने के बाद भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने आ गए हैं। भाजपा जिलाध्यक्ष वीरेंद्र गुप्ता ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि आरएसएस हमेशा बाढ़, भूकंप और अन्य आपदाओं में सेवा कार्यों में अग्रणी रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह पोस्टर ओछी मानसिकता के तहत लगाए गए हैं, जिससे गलत संदेश फैलाया जा रहा है और लोगों को भ्रमित किया जा रहा है। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने कोई कठोर कदम नहीं उठाया तो भाजपा को आगे की रणनीति पर विचार करना पड़ेगा।
कांग्रेस ने किया समर्थन
कांग्रेस की ओर से वरिष्ठ नेता विनोद शर्मा ने एनएसयूआई के इस कदम का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा से आरएसएस के विरोध में रही है और इसे एक विवादास्पद संगठन मानती है। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में एक समय आरएसएस पर प्रतिबंध लगाया गया था।