
Notice to five doctors taking bribe for delivery
बालाघाट। जिला अस्पताल बालाघाट में प्रसव के लिए मरीजों के परिवार से रिश्वत लेने वाले पांच चिकित्सकों को संचालानायल के वरिष्ठ संयुक्त संचालक ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। जिला अस्पताल में पदस्थ पांच महिला चिकित्सक डाॅ. गीता बारमाटे, डाॅ अर्चना लिल्हारे,डाॅ वर्षा रंगारे, डाॅ रश्मि वाघमारे और डाॅ श्रद्धा गजभि को नोटिस जारी किया गया है। चिकित्सकों से 15 दिनों के भीतर अपना उत्तर सीएमएचओ, बालाघाट के माध्यम से संचालनायल को देना है। उक्त चिक्त्सिकों को सात जनवरी को नोटिस जारी किया गया है।
धंधा बन गया है सीजर ऑपरेशन
उल्लेखनीय है कि सामान्य प्रसव की तुलना में जिला चिकित्सालय में सीजर आॅपरेशन अधिक हो रहे हैं। यही स्थिति निजी नर्सिग होम का है। शासकीय स्वास्थ्य केंद्रों या जिला अस्पताल में सीजर आपरेशन की सुविधा उपलब्ध कराने के नाम पर चिकित्सकों द्वारा स्टाफ या आशा कार्यकर्ता के माध्यम से पांच-छह हजार रुपये प्रति प्रसव की मांग की जाती है।
नाम की है निःशुल्क योजना
जननी सुरक्षा कार्यक्रम के तहत सभी गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य सुविधाएं निःशुल्क प्रदान करने का प्रावधान है। इसमें दवा, जांच, भोजन और परिवहन भी शामिल हैं। शासकीय संस्थानों में सामान्य या सी.सेक्शन प्रसव की सुविधा भी निःशुल्क दी जाती है। लेकिन बालाघाट में सरकार की ये निःशुल्क योजना पैसों के खेल पर चल रही है। परिवहन, ऑपरेशन के लिए चिकित्सकों से एंबुलेंस चालकों द्वारा मरीजों के परिजनों से पैसों की खुलेआम मांग की जाती है। इसे लेकर कई बार शिकायतें आ चुकी हैं लेकिन जिम्मेदारों ने ऐसे गंभीर मामलों को ठंडे बस्ते में डाल दिया।
दो चिकित्सकों ने दिया जवाब
विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसारए पांच महिला चिकित्सकों में से अब तक दो चिकित्सकों ने अपना उत्तर सीएमएचओ डाॅ मनोज पांडेय को दे दिया है। तीन चिकित्सकों का उत्तर मिलना बाकी है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन एनएचएम की टीम नवम्बर में बालाघाट आई थी। तब उन्हें शिकायत मिली थी। तय समय पर सभी चिकित्सकों से मिले उत्तरों को सीएमएचओ द्वारा संचालनालय भेजा जाएगा। समय सीमा पर उत्तर प्राप्त न होने पर संचालनायल द्वारा एक पक्षीय कार्रवाई की जाएगी।