
Displeased with the non registration of APSUs passed out students
रीवा । अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय में विधि विभाग की मान्यता का नवीनीकरण न होने से नाराज सैकडों छात्र-छात्राओं ने सोमवार शाम विश्वविद्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया। आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रबंधन की लापरवाही के चलते एलएलबी कर चुके छात्रों का अधिवक्ता के रूप में पंजीयन नहीं हो पा रहा है। साथ ही विश्वविद्यालय से जुड़े विधि छात्र सिविल जज की परीक्षा में भी नहीं बैठ पा रहे हैं। प्रशासनिक भवन के सामने प्रदर्शन कर स्टूडेंट्स ने विश्वविद्यालय प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जिम्मेदारों से इस्तीफा देने की मांग की।
मान्यता नहीं है APSU के पास
गौरतलब है कि विश्वविद्यालय द्वारा 2007 से 2016 की राशि देरी से जमा करने के कारण विलंब शुल्क एवं गारंटी शुल्क के रूप में 31 लाख 10000 रुपए भारतीय विधि परिषद द्वारा विश्वविद्यालय पर आधारित किया गया है जो कि विश्वविद्यालय द्वारा अभी तक जमा नहीं किया गया।इस वजह से विश्वविद्यालय के विधि विभाग को बीसीआई की मान्यता से वंचित रखा गया है। बीए एलएलबी की नवीनीकरण मान्यता फीस नहीं जमा मानी जा रही है साथी जो छात्र विश्वविद्यालय से 4 साल पहले भी एलएलबी का कोर्स करके निकल चुके हैं वह भी 12वीं पास स्टूडेंट हो गए हैं क्योंकि एलएलबी की मान्यता ही नहीं है विश्वविद्यालय के पास।
प्रतियोगी परीक्षाओं में भी नहीं बैठ पा रहे
एनएसयूआई जिला अध्यक्ष पंकज ने बताया कि विश्वविद्यालय के विधि विभाग की मान्यता का नवीनीकरण न होने से विधि विभाग के छात्रों का पंजीयन अधिवक्ता के रूप में राज्य अधिवक्ता परिषद जबलपुर में नहीं हो पा रहा है। प्रतियोगी परीक्षाओं में भी नहीं बैठ पा रहे हैं। उनका भविष्य अधर में लटक गया है। मन लगाकर पढ़ाई करने वाले और योग्य छात्र-छात्राएं भी विश्वविद्यालय और प्रशासनिक लापरवाही का शिकार हो रहे हैं।
एनएसयूआई बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगी
छात्रों ने जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया उसके बाद कुलपति द्वारा 15 दिन का आश्वासन देकर यह धरना समाप्त किया गया है। और 15 दिन के अंदर अगर निराकरण नहीं होता है तो जल्द ही विश्वविद्यालय का घेराव भी किया जाएगा ।क्योंकि हजारों छात्रों का भविष्य अंधकार में है और यह एनएसयूआई बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगी। बार काउंसलिंग के लिए कोई भी स्टूडेंट वैलिड नहीं है जो कि विश्वविद्यालय से पढ़कर निकले हैं।