
Two beggars came to indore after making reservation in train
इंदौर । भिखारियों के खिलाफ प्रशासन रेस्क्यू ऑपरेशन चला रखा है। अधिकारियों ने एक महिला सफाईकर्मी को भिखारी समझकर पकड़ लिया और उसे उज्जैन छोड़ आए। बात में पता चला कि वह तो नगर निगम में सफाई कर्मी है। इधर, प्रशासन की टीम ने दो भिखारियों को पकड़ा। इनमें से एक आंध्र प्रदेश के कुरनूल से रेलवे के स्लीपर कोच में रिजर्वेशन कराकर यात्रा करते हुए इंदौर में भीख मांगने आया। उसके पास से 20 हजार रुपए भी मिले।
आंध्र प्रदेश से इंदौर आए भिखारी
महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम ने एमजी रोड पर मस्जिद के पास एक महिला को भिक्षावृत्ति करते पकड़ा। उसकी जांच की गई तो बैग और अलग-अलग पर्स में करीब 45 हजार रुपए मिले। अधिकारियों के अनुसार, यह महिला मस्जिद के पास रहती है और भिक्षावृत्ति करती है।
सफाई कर्मी को भिखारी समझकर ले गए
महिला एवं बाल विकास विभाग ने एक महिला सफाई कर्मचारी को भिखारी समझकर उठा लिया। महिला के परिवार को कोई सूचना नहीं दी गई। नगर निगम के जोन 20 के वार्ड 6 में सफाई कर्मी के रूप में काम करने वाली सरोज पति भैया लाल पिछले गुरुवार से गायब थी। वह इस दिन सुबह सफाई कार्य करने ड्यूटी पर गई थी। ड्यूटी खत्म होने के बाद वह नहीं लौटी तो परिजनों और निगम के अफसरों के सर्चिंग शुरू की।कई दिन बाद यह पता लगा कि इस महिला को महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम ने भीख मांगने के शक में पकड़ लिया और उसे उज्जैन के सेवा धाम में ले जाकर छोड़ दिया। इसके महिला के परिजन महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यालय पहुंचे और महिला को छोड़ने की गुहार लगाई। तब कहीं एक सप्ताह बाद महिला को सेवा धाम आश्रम से छोड़ा गया।
आने जाने वाले लोगों से भीख ले रही थी
महिला एवं बाल विकास के परियोजना अधिकारी दिनेश मिश्रा ने बताया कि बड़ा गणपति मंदिर के बाहर रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे थे। यहां एक महिला मंदिर के बाहर बैठकर आने जाने वाले लोगों से भीख ले रही थी। जिसका हमने वीडियो भी बनाया है। जिसके बाद उसका रेस्क्यू किया। अब हमें जानकारी मिली है कि ये महिला तो नगर निगम में सफाईकर्मी है।