
Despite increase in budget 22 lakh children left studies in 7 years
भोपाल (ब्यूरो)। स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह सेे धार की सरदारपुर सीट से कांग्रेस विधायक प्रताप ग्रेवाल ने विधान सभा में कहा सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 से 8वीं तक 2010-11 में 105.29 लाख नामांकन थे। 2022-23 में यह घटकर मात्र 65.48 लाख रह गया। सरकारी और निजी स्कूलों को मिलाकर 2010-11 में 154.23 लाख एनरोलमेंट घटकर 2022-23 में 108.01 लाख हो गए। प्रदेश की आबादी एक करोड़ से ज्यादा बढ़ी और स्कूलों में बच्चे 46.22 लाख कम हो गए। क्या सरकार स्कूलों में बच्चों की इस कमी को देखते हुए इस मुद्दे पर श्वेत पत्र जारी करेगी।सात साल में 22 लाख बच्चे स्कूल छोड़ दिये।
बजट बढ़ा, बच्चे घटे
यह बड़ी हैरानी वाली बात है कि पिछले सात साल में स्कूल का बजट 80 फीसदी बढ़ा फिर भी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों से 22 लाख बच्चे कम हो गए। स्कूल बजट 2023 -24 में 34631 रुपए प्रति विद्यार्थी होने के बावजूद प्रदेश में शिक्षा का स्तर बहुत अच्छा नहीं है। इस अवधि में कक्षा एक से आठ तक के 317.48 करोड़ बच्चों को फ्री किताबें और यूनिफार्म दी गयी। 264.43 करोड़ बच्चों को मिड डे मील दिया गया। इन पर 8038.92 रुपए खर्च किये गए। प्राइवेट स्कूलों के 9 लाख 26 हजार बच्चे घटे हैं।
एजुकेशन मॉडल
मंत्री ने माना कि 2016-17 से लेकर 2023-24 तक एमपी के सरकारी स्कूलों में पहली कक्षा से 12वीं तक के 12 लाख 23 हजार 384 स्टूडेंट्स घटे हैं। इन 7 साल के दौरान सरकारी स्कूलों में कक्षा पहली से पांचवीं में 635434, कक्षा 6 से 8 में 483171 और कक्षा 9 से 12 में 104479 बच्चे कम हुए हैं। यह स्थिति तब है, जब मध्यप्रदेश के एजुकेशन सिस्टम को वर्ल्ड क्लास बनाने के दावे किए जा रहे हैं। साउथ कोरिया और दिल्ली जैसे एजुकेशन मॉडल को लागू करने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग के अफसर कई बार देश के अन्य राज्यों ही नहीं, विदेश की यात्राएं भी कर आए हैं।
प्राइवेट स्कूलों के 9 लाख 26 हजार स्टूडेंट्स घटे
प्राइवेट स्कूलों के भी 9 लाख 26 हजार स्टूडेंट्स घटे। 2016.17 से 2023.24 तक प्राइवेट स्कूलों में बच्चों की संख्या घटी है। प्राइवेट स्कूलों में कक्षा 1 से 5वीं में 625409 कक्षा 6 से 8वीं में 15656 और कक्षा 9 से 12वीं में 284986 बच्चे कम हुए हैं। इस पूरी अवधि में प्राइवेट स्कूलों में कक्षा 1 से 12 तक के कुल 926051 बच्चे घटे हैं।
सरकार श्वेत पत्र जारी करे
कांग्रेस विधायक ने सरकार से श्वेत पत्र जारी करने की मांग की स्कूल शिक्षा मंत्री से सवाल पूछने वाले धार की सरदारपुर सीट से कांग्रेस विधायक प्रताप ग्रेवाल ने कहा कि सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 से 8वीं तक 2010.11 में 105ण्29 लाख नामांकन थे। 2022.23 में यह घटकर मात्र 65-48 लाख रह गया। सरकारी और निजी स्कूलों को मिलाकर 2010.11 में 154-23 लाख एनरोलमेंट घटकर 2022.23 में 108-01 लाख हो गए। प्रदेश की आबादी एक करोड़ से ज्यादा बढ़ी और स्कूलों में बच्चे 46-22 लाख कम हो गए।
बच्चों की जनसंख्या में कमी आई
स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह बोले 6 साल तक की उम्र के बच्चों की जनसंख्या में कमी आई। सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में नामांकन में कमी का मुख्य कारण 6 साल तक की उम्र के बच्चों की जनसंख्या में कमी है। चाइल्ड ट्रेकिंग के कारण डेटा प्यूरिफिकेशन और स्टूडेंट्स स्कूल से बाहर हुए हैं। इस कारण श्वेत पत्र जारी नहीं किया जाएगा।