
More paddy is being weighed
बालाघाट।(ब्यूरो)। प्रदेश में किसानों से किये गये वायदे को पूरा नहीं करने पर सरकार के खिलाफ चले विरोध प्रदर्शन का असर धान खरीदी में दिखा। मायूस होकर किसान खरीदी केन्द्रों में विवश होकर अपना धान लेकर पहुंचने लगे हैं। वहीं खरीदी केन्द्रों में शिकायतें भी आ रही है। किसानों से तौल में अधिक धान लिया जा रहा है। और बारदाने में नाबालिग से छापा मारने का काम लिया जा रहा है।
185 उपार्जन केंद्र बनाए गए
खरीफ सीजन में उत्पादन की गई धान की फसल की ब्रिकी को लेकर किसान अब धीरे – धीरे उपार्जन केन्द्र पहुंच रहे है। जहां कुछेक स्थानों पर किसानों के द्वारा हाथ में कालीपट्टी बांधकर अपनी उपज बेची जा रही है। इधर जिला प्रशासन द्वारा भी आवश्यक तैयारीयां पूरी कर ली गई है और 185 उपार्जन केंद्र बनाए गए हैं। इन सभी केंद्रों में धान खरीदी प्रक्रिया में गति लाने का प्रयास किया जा रहा है। जहां जिला कलेक्टर ने भी संबधित अधिकारियों व केंद्र प्रभारियों को सख्त हिदायतें दे रखे हैं कि किसानों को किसी प्रकार की दिक्कतंे ना हो। तमाम व्यवस्थायें बनाकर रखी जाये और नियम अनुरूप ही धान खरीदी प्रक्रिया संपादित हो। लेकिन इसी बीच कुछ खरीदी प्रभारियों के द्वारा अपने अधिकारियों के दिशा निर्देशों को दरकिनार करके अनियमितताएं बरती जा रही है।
नाबालिग बारदाने में छापा मार रहा
ऐसा ही एक मामला ग्राम टाकाबर्रा सोसायटी का है। जहां खरीदी केंद्र प्रभारी द्वारा एक नाबालिग को बारदानें पर छापा मारने का कार्य सौंप दिया। जिसका किसानों ने विरोध किया और एक वीडियों बनाकर सोशल मीडिया में वायरल कर दिया। इसके अलावा इसी केंद्र से यह शिकायत भी मिली कि यहां किसानों द्वारा ही अपनी उपज बोरों में भरा जा रहा है और कांटा किया जा रहा है। खरीदी केंद्र के प्रभारी विष्णु बिसेन ने शिकायत और वीडियों के संबंध में कहा कि यह सब भ्रम फैलाने के लिए किया गया है। किसान बेवजह आरोप लगा रहे हैं।
तौल में अधिक धान लिया जा रहा
यहां शासन के दिशा निर्देशों पर जिला प्रशासन ने भी गाइड लाइन तैयार की है कि किसानों से नवीन बारदानों में 40 किलो 580 ग्राम धान ही तौल करना है। पुराने बारदानों में 40-500 किलोग्राम धान की मानक खरीदी करना है। परंतु यहां टाकाबर्रा धान खरीदी केंद्र में प्रभारी विष्णु बिसेन के द्वारा मनमानी बरती जा रही है और भविष्य में सारटेज से बचने के लिये किसानों से लगभग 41 किलो धान लिया जा रहा है। जिसको लेकर किसान खासे नाराज है। बहरहाल ऐसे तानाशाह खरीदी केंद्र प्रभारी पर प्रशासन को सख्त कार्रवाई करने की आवश्यकता है।