
MP employees will not get salary
भोपाल (ब्यूरो)। वित्त विभाग ने तय किया है कि ढाई माह में प्रदेश के समस्त कर्मचारियों की समग्र आईडी बन जाए ताकि उनके वेतन भतों को समग्र आईडी से जोड़ा जा सके। यानी 25 फरवरी 2025 से पहले कर्मचारी अपना ई केवाईसी नहीं कराए तो उन्हें वेतन मिलने में देरी हो सकती है। उनके खाते में पैसे नहीं आएंगे।
समग्र आईडी की ईकेवाईसी जरूरी
एमपी सरकार के कर्मचारियों के वेतन-भत्तों को समग्र आईडी से जोड़ने की तैयारी की जा रही है।प्रदेश के करीब साढ़े सात लाख नियमित और संविदा, स्थायी कर्मचारी और आउट सोर्स कर्मचारियों की समग्र आईडी ढाई माह में बनाई जाएगी। वित्त विभाग ने कहा है कि प्रदेश के हर कर्मचारी और अधिकारियों का डेटा समग्र आईडी से इंटीग्रेट होना चाहिए। इस काम को फरवरी 2025 तक पूरा करने का टारगेट है।प्रदेश भर में वर्तमान में 10.5 करोड़ समग्र आईडी है। सरकार का मानना है कि लाखों समग्र आईडी डुप्लीकेट हैं और यह तभी सही हो सकेंगे जब समग्र आईडी की ईकेवाईसी हो। ऐसा होने पर डुप्लीकेट समग्र आईडी को हटाया जा सकेगा। इसलिए समग्र आईडी की ईकेवाईसी होना जरूरी है।
आईडी को वेतन वाले बैंक खातों से जोड़ा जाएगा
वित्त विभाग के अपने निर्देश में स्पष्ट किया कि समग्र आईडी को कर्मचारियों के वेतन वाले बैंक खातों से भी जोड़ा जाएगा। सभी सरकारी अधिकारी-कर्मचारियों के डेटा का सत्यापन इंटीग्रेटेड फाइनेंशियल मैनेजमेंट इंफॉर्मेशन सिस्टम (IFMS) के तहत समग्र आईडी से किया जाएगा। आने वाले समय में शासकीय सेवकों का वेतन भुगतान आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (एईपीएस) के माध्यम से होगा। वित्त विभाग ने IFMS में समग्र आईडी की एंट्री सुविधा प्रारंभ कर दी है। सभी शासकीय सेवकों को IFMS के अंतर्गत एम्प्लाई सेल्फ सर्विस प्रोफाइल से समग्र की एंट्री कर वैरिफिकेशन करना होगा।
कर्मचारियों की 7.5 लाख समग्र आईडी बनेगी प्रदेश के करीब साढ़े सात लाख नियमित और संविदा, स्थायी कर्मचारी और आउट सोर्स कर्मचारियों की समग्र आईडी ढाई माह में बनाई जाएगी।
बैंक खातों को भी आधार से लिंक कराना होगा
- IFMS में समग्र आईडी की एंट्री और वैरिफिकेशन से पहले सभी शासकीय सेवकों को उनकी समग्र आईडी का पंजीयन, अपडेट एवं आधार से लिंक समग्र पोर्टल के माध्यम से कराना होगा।
- कर्मचारियों को वेतन प्राप्त करने वाले बैंक खातों को भी आधार से लिंक कराया जाना अनिवार्य होगा।
- सभी विभागों के बजट नियंत्रण एवं आहरण संवितरण अधिकारी यह तय करेंगे कि 28 फरवरी 2025 तक शासकीय सेवकों की समग्र आईडी की एंट्री IFMS अंतर्गत एम्प्लाई प्रोफाइल में हो जाए।
- IFMS अंतर्गत बजट नियंत्रण अधिकारी, आहरण संवितरण अधिकारियों की लॉगिन पर मॉनिटरिंग रिपोर्ट उपलब्ध कराई जाएगी।
मानदेय, दैवेभो की भी बनेगी आई़डी
कर्मचारियों के डेटा के समग्र आईडी से सत्यापन के पहले चरण में नियमित शासकीय सेवकों के लिए समग्र आईडी की एंट्री की कार्यवाही की जाना है। दूसरे चरण में मानदेय, संविदा, दैनिक वेतनभोगी शासकीय सेवकों का भी सत्यापन एवं आधार से लिंक किया जाएगा। समग्र पोर्टल से संबंधित सहयोग, सहायता के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
EKYC होने पर डुप्लीकेट समग्र आईडी हटाएंगे
प्रदेश भर में वर्तमान में 10.5 करोड़ समग्र आईडी है। सरकार का मानना है कि लाखों समग्र आईडी डुप्लीकेट हैं और यह तभी सही हो सकेंगे जब समग्र आईडी की ईकेवाईसी हो। ऐसा होने पर डुप्लीकेट समग्र आईडी को हटाया जा सकेगा। इसलिए समग्र आईडी की ईकेवाईसी होना जरूरी है। इसको लेकर विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा निर्देश जारी किए थे।
सेवाओं का लाभ मिलना बंंद हो जाएगा
इसमें कहा था कि 30 जुलाई से 30 सितंबर तक प्रदेश में विशेष ई केवाईसी अभियान चलाया है। इसमें सभी जिलों में समग्र पोर्टल पर नागरिकों के समग्र आईडी का आधार से ईकेवाईसी कराया जाना था।इस अभियान के बाद भी प्रदेश में कुल 43.2 प्रतिशत नागरिकों के ही ईकेवाईसी कराए जा सके हैं। प्रदेश में सभी विभागीय योजनाओं और सेवाओं में ईकेवाईसी और समग्र आईडी को अनिवार्य किया गया है। ऐसा नहीं होने पर योजनाओं और सेवाओं का लाभ मिलना बंंद हो जाएगा।