
Mohan government has faild on all fronts
बालाघाट (ब्यूरो)। पूर्व केबिनेट मंत्री ,जबलपुर के कांग्रेस विधायक लखन घनघोरिया एक दिवसीय प्रवास पर बालाघाट पहुंचे और पार्टी विधायको, नेताओं व कार्यकर्ताओं के साथ सभा व बैठक की। वही देर शाम स्थानीय सर्किंट हाउस में प्रेस से भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि डाॅ मोहन यादव की सरकार सभी मोर्चे में फेल है। एक साल का इनका कार्यकाल जनहित में जीरो रहा। इसलिए 16 दिसम्बर को विधान सभा का घेराव करने जा रहे हैं।
बीजेपी सत्ता में आकर सब भूल गयी
सरकार की नाकामी सर चढ़कर बोल रही है। भाजपा का संकल्प पत्र और मोदी की गांरटी आई और उसकी मार विशेषकर जिन वर्गो पर हुई, उनमें किसान ही एक ऐसा वर्ग है जो प्रकृति पर ही आधारित होता है। किसान प्रकृतिक की कितनी मार झेलता है, उस पर कब प्रकृति की मार पड जाये, लेकिन सरकार का दायित्व होता है कि ऐसी स्थिति में वह किसान को संभाले और देश की अर्थ व्यवस्था को संचालित करें।
उन्होने कहा कि भाजपा ने मोदी की गांरटी और संकल्प पत्र में कहा था कि सरकार बनते ही धान का समर्थन मूल्य 3100 करेगें, गेंहू का समर्थन मूल्य 2700 रूपये देगें, लाडली बहनो को 03 हजार देगें। लेकिन कोई वादा पूरा नही किया। एक साल पहले तीन बातो को लेकर किसान दिल्ली बार्डर पर बैठा था, लेकिन मोदी जी ने एक बार भी किसानो को लेकर कोई बात नही कही। मामा ने घोषणा की थी कि हम किसान के बेटे है, कर्जमाफी करेगें, लेकिन सत्ता में आकर सब भूल जाते है।
मोहन सरकार व्यस्त है, मस्त है
मोहन सरकार व्यस्त है, मस्त है। अब मामा को भी कोई मतलब नही है। प्रदेश में एक ओर जहा महिलाओं, दलित आदिवासियों पर जुल्म की घटनाएं बढ़ी हुई है, जिसे खुद एन.सी.आर.बी (नेशनल क्राईम ब्यरो) ने मध्यप्रदेश में क्राइम रिपोर्ट को उजागर किया है, जिसमें महिलाओं पर अत्याचार, दुष्कर्म की घटनाए में वृद्धि होना बताया है। इन्ही सबको लेकर ही कांग्रेस 16 दिसंबर को विधानसभा का घेराव करने जा रहीं है।
विधायक घनघोरिया ने आगे कहा कि भाजपा ने सरकार बनते ही एक लाख युवाओं को रोजगार देने की बात की थी। बजट में 04 लाख नौजवानो को सरकारी नौकरी देने की बात की थी। कुल-मिलाकर युवाओं, महिलाओं और किसानो के साथ छलावा किया जा रहा है। 04 साल में लगभग 29 हजार दुष्कर्म की घटना हुई है। वही मोहन सरकार के 07 माह में 2300 घटनायें हुए है। 150 सामुहिक दुष्कर्म की घटनायें हुई है। मोहन यादव विदेश में निवेश खोजने जाते है, प्रदेश में राईस मिले बंद पड़ी है, उसकी चिंता नही है। वेयर हाउस के मालिको को उनका किराया नही मिल पा रहा है। शासकीय संस्थानो में सरकार भुगतान नही कर रही है।
सरकार अपने दायित्व से मुकर रही
विधायक घनघोरिया ने कहा कि जब कोई सो रहा हो तो उसे जगाया जा सकता है, लेकिन जो सोने का नाटक कर रहा हो, उसे जगाया नही जा सकता। उस स्थिति में जनता को ही जागना पड़ता है। सरकार अपने दायित्व से मुकर रही है, सदन में कुछ पूछे तो उसका जवाब देने से मुकर रही है। जब सदन सुना पड जाये तो राजनैतिक दलो को लोकतांत्रिक हक पाने के लिये सड़क पर उतरना पड़ता है। इस पूरी तैयारी को लेकर हम विधानसभा का घेराव कर रहे है। हमारा लक्ष्य है कि 50 हजार से अधिक कांग्रेस का कार्यकर्ता इस घेराव में शामिल होगा।
विक्रम वेताल की कहानी से प्रदेश नहीं चलेगा
एक सवाल का जवाब देते हुए विधायक घनघोरिया ने कहा कि कां ग्रेस ने अपने स्तर पर आॅन-रिकार्ड किसानो के संदर्भ में बात रखी है। लेकिन कहीं कहीं ऐसा कुछ हो रहा है कि पिछले दरवाजे से अपने कार्यकर्ता को भेज रहे है और आंदोलन को कैसे विफल किया जाये, उसका प्रयास किया जा रहा है और भाजपा उसमें महारथ हासिल किये हुए है। अब उनसे ही उनके दायित्व को पूछेगें। जगदीश धनकड के खिलाफ कांग्रेस और इंडिया एलांईस अविश्वास प्रस्ताव ला रहा है। यदि वे पारदर्शी और निष्पक्ष होते तो शायद समूचा विपक्ष उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव नही लाता। धनकड जी को भी अपने दायित्व का बोध होना चाहियें। मंच से डांटने और विक्रम-बेताल की कहानी सुना देने से प्रदेश नही चलेगा। हमने पांच मुद्दो पर रणनीति तैयार की है और महत्वपूर्ण वर्ग की प्रमुखता से बात करेगें। सरकार की सारी विफलतायें बतायेगें।