
बालाघाट। किरनापुर जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाली कंसगी पंचायत नक्सल प्रभावित पंचायत है। जिसकी दूरी जनपद मुख्यालय से लगभग 70 किमी है। इसी दूरी को कम करने के लिये कसँगी से कुंआगोंदी होकर गायघाट होते हुए भगतपुर तक मार्ग सेक्शन हुआ था। किंतु कसंगी से कुंआगोंदी लगभग 13 किलोमीटर तक ही सड़क और पुल पुलियो का कार्य हो पाया था। जहां नक्सलियों की धमकी व दहशत के चलते विगत 10 वर्षो से काम बंद था। यह इलाका चुनौतियों होने के कारण कोई भी ठेकेदार टेंडर लेने की इच्छा जाहिर नही कर रहा था। यही वजह थी कि कसंगी व कुंआगोंदी के लोग लगभग 70 किलोमीटर की दूरी तय करके किरनापुर जनपद मुख्यालय जाया करते हैं।
निर्माण कार्य प्रगति पर
उक्त सड़क मार्ग हेतू टेंडर प्रक्रिया शुरू हुई और पुष्पेंद्रसिंह नामक ठेकेदार के द्वारा करीब 04 किलोमीटर दूरी भगतपुर तक का टेंडर लिया गया है और कार्य शुरू किया गया है। शनिवार को हमारी टीम ने क्षेत्र का दौरा किया। जहां कसंगी होकर कुंआगोंदी होते हुए करीब 04 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण कार्य प्रगति पर पाया। वही भगतपुर गांव के समीप पहाड़ी कटाई का कार्य चल रहा था। वही कुंआगोंदी गयेघाट से निमार्णाधीन अर्थवर्क कार्य के दौरान सैकडो पेड़ सड़क के दोनो ओर किनारे उखड़े हुए देखने मिले। यहां 09 मीटर चौड़ी सड़क के निर्माण हेतू पहाडी की कटाई दौरान कई मिनरल जैसे मैंगनीज, डोलामाईट, मुरम आदि खनन देखने को मिला। जिसे सड़क के अर्थवर्क कार्य में बिछा दिया गया है। इसी प्रकार सैकड़ों बांस भीरो को भी जमींदोज किया गया। कुल मिलाकर विकास की इबारत लिखने के लिये पहले विनाश की कहानी गढी गई है। किंतू गांव व क्षेत्र के विकास हेतू उक्त सड़क का निर्माण होने अतिआवश्यक है। उक्त क्षेत्र घना जंगलों और पहाड़ियों से घिरा क्षेत्र है, जो कई चुनौतियों भरा है। 04 किलोमीटर लंबी सड़क की लागत करीब 08 करोड़ है। जिसका गुणवत्ता पूर्वक निर्माण होने बेहद मायने रखता है।