
No confidence motion against lanji municipal council presudent
राष्ट्रमत न्यूज,बालाघाट(ब्यूरो)। बालाघाट जिले की लांजी नगर परिषद में अध्यक्ष रेखा ताराचंद कालबेले के खिलाफ 12 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। इस वजह से उनकी मुसीबत बढ़ गयी है।इसमें भाजपा,कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के पार्षद हैं। प्रस्ताव परिषद के उपाध्यक्ष,सभापति और अन्य पार्षदों ने कलेक्टर कार्यालय में उपस्थित होकर अपर कलेक्टर को अविश्वास प्रस्ताव सौपा है। जिसमें उन्होंने नपा अध्यक्ष रेखा कालबेले को मध्यप्रदेश नगर पालिका अधिनियम 1961 की धारा 43 (क) उपधारा 01 और 02 के अंतर्गत अध्यक्ष को पद से हटाने और नगर पालिका परिषद लांजी में अध्यक्ष पद के लिए पुनः चुनाव कराने की मांग की।
विकास कार्य ठप का आरोप
हैरानी वाली बात यह है कि लांजी में विधायक से लेकर नगर परिषद तक पर भाजपा का कब्जा है और अविश्वास प्रस्ताव लाने वालों में सबसे ज्यादा 6 पार्षद भाजपा के ही हैं। इनमें उपाध्यक्ष और सभापति भी शामिल हैं। कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष सौरभ पशीने ने कहा कि जनहित के काम ठप पड़े हैं और विकास कार्य पूरी तरह से रुक गए हैं।
पार्षदों ने अपने बयान दर्ज कराए
नेता प्रतिपक्ष सौरभ पशीने ने कहा कि अध्यक्ष की जरा भी रूचि नहीं है विकास कार्यो के प्रति। ऐसे अध्यक्ष का पद पर बने रहना जनता के लिए नुकसानदेह है।इस अविश्वास प्रस्ताव पर कुल 12 पार्षदों के हस्ताक्षर हैं। जिनमें 6 भाजपा, 3 कांग्रेस,2 निर्दलीय और एक आम आदमी पार्टी का पार्षद शामिल है। सभी ने शपथ पत्र के साथ कलेक्टर से इस मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की है।पार्षदों ने ना सिर्फ अपर कलेक्टर से मुलाकात कर उन्हें अविश्वास प्रस्ताव सौपा बल्कि अपने बयान भी दर्ज कराए हैं।
अध्यक्ष पर कई गंभीर आरोप
- विकास कार्यों में लापरवाही: उपाध्यक्ष संदीप कुमार रामटेक्कर ने बताया कि तीन साल से नगर का विकास पूरी तरह से रुका हुआ है और वार्डों में कोई काम नहीं हो रहा है।
- भ्रष्टाचार और हस्तक्षेप: पार्षदों का आरोप है कि परिषद में भ्रष्टाचार चरम पर है और अध्यक्ष के पति का कामकाज में अनावश्यक हस्तक्षेप रहता है।
- अशिष्ट व्यवहार: सभापति शिखापुरी गोस्वामी और अन्य पार्षदों ने बताया कि अध्यक्ष पार्षदों से अभद्रता से बात करती हैं और उनकी शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं देतीं।