
Cout will hear the remand of chaitany tomorrow
राष्ट्रमत न्यूज,रायपुर (ब्यूरो)। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की सोमवार को 14 दिन की रिमांड खत्म हो गई। ईडी ने उन्हें कोर्ट में पेश किया। जहां फिर से और पांच दिन की रिमांड मांगी है। हालांकि सोमवार को मामले में कोर्ट फैसला नहीं सुना सका, इस पर कोर्ट मंगलवार को सुनवाई करेगा।
मगलवार को सुनवाई
चैतन्य बघेल के वकील ने कोर्ट से कहा बार काउंसिल के वरिष्ठ सदस्य के निधन से शोक है। इस पर वे पक्ष रखने में असमर्थ हैं।कोर्ट ने चैतन्य बघेल को एक दिन की न्यायिक रिमांड पर भेजा दिया। अब ईडी रिमांड पर मंगलवार को सुनवाई करेगा।छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को रायपुर स्पेशल कोर्ट ने एक दिन की न्यायिक रिमांड पर भेजा है। शराब घोटाला केस में जेल में बंद चैतन्य की 14 दिन की न्यायिक रिमांड आज खत्म हुई। चैतन्य को रायपुर की स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया था।
न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कोर्ट में चैतन्य बघेल की 5 दिनों की कस्टोडियल रिमांड की मांग की थी। लेकिन कोर्ट में कंडोलेंस होने के कारण चैतन्य बघेल को 1 दिन के लिए न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया। ED की ओर से लगाए आवेदन पर कल मंगलवार को फिर सुनवाई होगी।पिछली सुनवाई 4 अगस्त को हुई थी। इस दौरान कोर्ट ने चैतन्य को न्यायिक रिमांड पर भेजा था। इसके पहले चैतन्य की ओर से सुप्रीम कोर्ट में गिरफ्तारी को गलत बताते हुए चुनौती दी गई थी। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई से इनकार कर हाईकोर्ट जाने के लिए कहा था। इसके बाद भूपेश और चैतन्य के वकील हर्षवर्धन परगनिहा ने याचिका दायर की है।
चैतन्य को 16.70 करोड़ रुपए मिले- ED
दरअसल, शराब घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने चैतन्य बघेल को भी आरोपी बनाया है। चैतन्य बघेल को 18 जुलाई को भिलाई से गिरफ्तार किया गया था। आरोप है कि शराब घोटाले की रकम से चैतन्य को 16.70 करोड़ रुपए मिले हैं।ED के मुताबिक शराब घोटाले से मिले ब्लैक मनी को रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स में इन्वेस्ट किया गया। ब्लैक मनी को वाइट करने के लिए फर्जी निवेश दिखाया गया है। साथ ही सिंडिकेट के साथ मिलकर 1000 करोड़ रुपए की हैंडलिंग (हेराफेरी) की गई है।
चैतन्य के प्रोजेक्ट में 13-15 करोड़ इन्वेस्ट
ED ने अपनी जांच में पाया कि, चैतन्य बघेल के विट्ठल ग्रीन प्रोजेक्ट (बघेल डेवलपर्स) में घोटाले के पैसे को इन्वेस्ट किया गया है। इस प्रोजेक्ट से जुड़े अकाउंटेंट के ठिकानों पर छापेमारी कर ED ने रिकॉर्ड जब्त किए थे।