
Four over bridge deadline fixed
राष्ट्रमत न्यूज,बालाघाट(ब्यूरो)। बालाघाट में बन रहे चार ओवर ब्रिज की समय सीमा की आज कलेक्टर मृणाल मीना ने घोंषणा करते हुए कहा, सरेखा ओवर ब्रिज अक्टूबर तक और बाकी इस वर्ष के अंत तक पूरे होंगे। लेकिन जिस गति से ब्रिज का निर्माण हो रहे हैं उससे नहीं लगता कि समय सीमा पर बनकर तैयार हो जाएगा। कई दिक्कतें आ रही है।
भू-अर्जन की प्रक्रिया अभी भी पूरी नहीं
बालाघाट में तीन और वारासिवनी में एक ओवरब्रिज के निर्माण की समय सीमा निर्धारित कर दी गई है। कलेक्टर मृणाल मीणा ने सरेखा ओवरब्रिज को अक्टूबर तक और गर्रा तथा वारासिवनी के ओवरब्रिज को 2025 के अंत तक पूरा करने के निर्देश दिए हैं।जबकि बालाघाट में भटेरा रोड पर बनाए जा रहे रेलवे ओव्हर ब्रिज की भू-अर्जन की प्रक्रिया अभी भी पूरी नहीं हो सकी है।बालाघाट के सरेखा और गर्रा ओवरब्रिज के निर्माण के कारण डेंजर से गोंगलई तक का डायवर्सन मार्ग बारिश में खराब हो गया है। इससे वाहनों के गुजरने के दौरान दुर्घटना का खतरा बना रहता है।
दुर्घटना का खतरा बना रहता
भटेरा ओवरब्रिज के कार्य में अधिक समय लग सकता है क्योंकि इसमें अभी तक भू-अर्जन और डायवर्सन मार्ग की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है। बालाघाट से सरेखा रोड पर 994 मीटर, गर्रा रोड पर वैनगंगा नदी के पहले 733 मीटर, वारासिवनी में 458 मीटर और भटेरा रोड पर 1313 मीटर लंबाई के रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण किया जा रहा है।अधूरे निर्माण कार्य के कारण स्थानीय लोगों को आवागमन में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। डायवर्सन मार्गों पर आवागमन की समस्या लगातार बनी हुई है। विशेष रूप से बालाघाट के सरेखा और गर्रा ओवरब्रिज के निर्माण के कारण डेंजर से गोंगलई तक का डायवर्सन मार्ग बारिश में खराब हो गया है। इससे वाहनों के गुजरने के दौरान दुर्घटना का खतरा बना रहता है।
निर्माण कार्य रोक दिया गया
सेतु संभाग ने आश्वासन दिया है कि सरेखा रेलवे ओवरब्रिज पर 5 सितंबर से पूरी तरह आवागमन शुरू हो जाएगा। 10 अगस्त से इस ब्रिज के दोनों ओर की सर्विस रोड का निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा। इसे 30 अक्टूबर तक पूरा कर लिया जाएगा।गर्रा रोड पर बन रहे रेलवे ओवरब्रिज के कार्य में रेलवे लाइन के ऊपर गार्डर डालने के लिए यातायात को पूरी तरह रोकना पड़ेगा। मशीनों और अन्य कार्यों के लिए पर्याप्त स्थान न होने के कारण वर्तमान में इसका निर्माण कार्य रोक दिया गया है। इस ओवरब्रिज के निर्माण के लिए दिसंबर 2025 की समय सीमा निर्धारित की गई है। वारासिवनी में चल रहे रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण की स्थिति भी इसी प्रकार की है।
समय-सीमा तय की गई
जिसे भी दिसंबर 2025 तक पूर्ण करने की समय-सीमा तय की गई है। इस ब्रिज का कार्य में भी रेलवे लाईन के ऊपर ब्रिज के गार्डर डालने के लिए कार्य को रोका गया है। जबकि बालाघाट में भटेरा रोड पर बनाए जा रहे रेलवे ओव्हर ब्रिज की भू-अर्जन की प्रक्रिया अभी भी पूरी नहीं हो सकी है।
दावे आपत्ति आमंत्रित किये गए
जबकि सेतु निगम द्वारा भू-अर्जन के लिए 20 करोड़ रुपए की राशि जमा करा दी गई है। चूंकि इस निर्माण कार्य के दौरान जो भूमि अधिग्रहित की जानी है उसके संबंध मे दावे आपत्ति आमंत्रित किये गए है, जिसमें अब तक 114 दावे आपत्ति प्राप्त हो चुके है।जिसके निराकरण के बाद ही भू-अर्जन का कार्य हो सकेगा और ओवरब्रिज से जुड़े अन्य कार्य पूर्ण हो पाएंगे। जिससे, यह वर्ष 2025 तक के अंत तक पूर्ण हो पाएगा, ऐसा नजर नहीं आता है चूंकि अब तक 400 मीटर क्षेत्र में 08 नग पीयर का कार्य ही पूर्ण कर हो सका है।