
रायपुर। छठ पूजा का त्योहार आने वाला है। इस त्यौहार में डायबिटीज के मरीजों को अपनी सेहत का ज्यादा ध्यान देना चाहिए। अपने शुगर लेबल की समय समय पर जांच करते रहें। यदि शुगर लेबल सही नहीं है तो अपने चिकित्कसक से संपर्क करें। बलेंस डाइट से डायबिटीज मरीज को दिक्कत नहीं होगी।
परंपरा के अनुसार इस त्योहार पर सूर्य देवता की पूजा की जाती है। महिलाएं इस खास पर्व पर व्रत रखती हैं। हालांकि जिन लोगों को पहले ही डायबिटीज की समस्या होती है, उनके लिए ये पर्व चुनौतियां लेकर आता है। छठ के दौरान ठेकुआ जैसी हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाली चीजों को खाते हैं। इनसे उनका ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है।
बैलेंस डाइट का रखें ध्यान
न्यूट्रिशनिस्ट सरला शर्मा कहती हैं कि डायबिटीज के मरीजों की जरा सी लापरवाही हेल्थ को नुकसान पहुंचा सकती है। बहुत जरूरी है कि अपनी डाइट पर विशेष ध्यान दें। छठ में निर्जल व्रत नहीं रखना चाहिए। व्रत के दौरान लंबे समय तक बिना कुछ खाए पिए रहना पड़ता है। जो डायबिटीज के मरीजों के लिए हानिकारक होता है।छठ पूजा के दौरान ठेकुआ, चूड़ा और गुड़ खाया जाता है। इन्हें सीमित मात्रा में खाना चाहिए। ज्वार, बाजरा और साबुत अनाज जैसे कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाली चीजों को खाएं।
शुगर लेवल की जांच करें
छठ पूजा के दौरान अपने ब्लड शुगर की नियमित जांच करें। अगर आपका ब्लड शुगर ज्यादा या कम हो गया है तो डॉक्टर की सलाह लें। हेल्थ एक्सपर्ट की सलाह से उचित दवा लें।इसके अलावा पर्याप्त पानी पिएं। आपकी बाॅडी हाइड्रेट रहेगी और पानी की कमी नहीं होगी। इससे ब्लड शुगर भी कंट्रोल भी रहेगा। चीनी की जगह सीमित मात्रा में गुड़ का इस्तेमाल करें। गुड़ के सेवन से शरीर में एनर्जी मिलती है।यह ब्लड शुगर के लेवल को स्थिर रखने में मदद करता है।