
Set the goals according to your thinking- kurashi

राष्ट्रमत न्यूज,बालाघाट। मैंने अपनी पढ़ाई बालाघाट के स्कूल व कॉलेज से की हूं। स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद मैंने वर्ष 2019 से यूपीपीएससी की तैयारी शुरू की। मैं जब आठवीं में पढ़ती थी तभी मैंने सोचा था कि मुझे कलेक्टर बनना है। उस समय मैं बालाघाट में तैनात तत्कालीन कलेक्टर बी. चंद्रशेखर को न्यूज पर देखकर प्रभावित हुई थी और उनके जैसे बनने का सोचा। यह बात यूपीपीएससी में ६७वां रैंक हासिल करने वाली फरखंदा कुरैशी ने कही। फरखंदा कुरैशी प्रबुद्ध तथागत फाउंडेशन बोरी लालबर्रा के तत्वावधान में लक्ष्मी बाई एकेडमी स्कूल में आयोजित सम्मान-समारोह में छात्र-छात्राओं को संबोधित कर रही थी।
निश्चित सफलता मिलेगी
उन्होंने छात्रों का अह्वान करते हुए कहा कि आप क्या सोचते हैं? आपकी सोच से क्या मिलता है? उस हिसाब से अपना लक्ष्य तय करें और उसे हासिल करने के लिए पूरी मेहनत करें। निश्चित सफलता मिलेगी। कहा कि वर्ष 2021 में मैंने पहली बार यह परीक्षा दी। लगातार मुझे असफलता मिली। मैं असफलताओं से घबराई नहीं। बल्कि अपनी कमियों (गलतियों) को आका और उसे दूर किया। नतीजा वर्ष 2024 में मुझे सफलता मिल गई।
शिक्षक क्या बता रहे हैं उसे सीखे
उन्होंने कहा कि स्कूल प्रतिदिन जाए। शिक्षक क्या बता रहे हैं उसे सीखे। पढ़ाई के दौरान हमेशा अपना सौ फीसदी दें। फरखंदा ने छात्रों को बिहार के माउंटमैंन की कहानी बताकर कहा कि कोई भी लक्ष्य मुश्किल नहीं है। यदि आप ठान ले तो सब संभव है।
इसके पूर्व सम्मान समारोह की शुरुआत मां सरस्वती के चित्र के सम्मुख फरखंदा व समाजसेवी श्याम कौशल ने दीप प्रज्ज्वलित व पुष्प अर्पित कर किया। छात्रों ने स्वागत गीत की प्रस्तुति दी। इस अवसर पर समाजसेवी कौशल ने कहा कि यदि कोई भी विद्यार्थी आने वाले दिनों में फरखंदा की तरह पढक़र कुछ बनना चाहेंगे और उनके रास्ते में आर्थिक समस्या रोड़ा बनेगी तो मैं उनकी मदद के लिए हमेशा तैयार रहूंगा। फाउंडेशन के सचिव महेंद्र मेश्राम व डॉ. दिनेश मेश्राम ने स्मृति चिन्ह व शाल भेंटकर फरखंदा को सम्मानित किए। स्कूल के शिक्षक-शिक्षिकाओं और छात्र-छात्राओं में फरखंदा के साथ फोटो लेने के लिए होड़ देखी गई। रफी अंसारी, यमलेश बंजारी, पूर्व सरपंच वसीम खान, इमरान कुरेशी आदि उपस्थित रहे।