
40 pakistan soldiers killed in operation sindoor
नई दिल्ली(ब्यूरो)। भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना के वरिष्ठ अधिकारी की पहली बार प्रेस कान्फ्रेंस हो रही है। तीनों ने आपॅरेशन सिन्दुर का सच बताया। इस कान्फ्रेंस में डायरेक्टर जनरल आफ मिलिट्री आपरेशंस लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई आपरेशन सिंदूर की विस्तृत जानकारी दी। उनके साथ डीजी एयर आपरेशंस एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती और डीजी नेवल आपरेशंस वाइस एडमिरल एएन प्रमोद भी थे। प्रेस कान्फ्रेंस की शुरुआत शिवतांडव की धुन से हुई।
डायरेक्टर जनरल ऑफ एयर ऑफरेशन एयरमार्शल भारती ने कहा, ‘पहलगाम हमले के बाद हमारे पास कोई और रास्ता नहीं था। हमने ध्यान से टारगेट का चयन किया। 9 में से 6 टारगेट एयरकैंप को दिए गए। इनमें बहावलपुर और मुरीदके के टेररिस्ट कैंप भी शामिल थे।ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के 40 जवान-अफसर मारे गए
तीन बड़े आतंकी चेहरे मार गिराए
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, ने बताया’हमने इन ठिकानों की सटीक पहचान की और इनके सबूत वापस लाने की प्रॉसेस भी सुनिश्चित की। सीमा पार 9 ठिकानों पर हमने 100 आतंकवादी मारे। हमने कंधार हाईजैक और पुलवामा अठैक में शामिल तीन बड़े आतंकी चेहरे मार गिराए।’
वे लड़ाई चाहते थे और हम तैयार थे
एयरमार्शल भारती ने कहा, 8-9 मई की रात श्रीनगर से नलिया तक ड्रोन और एयरक्राफ्ट से हमला हुआ। उन्होंने जो टारगेट चुने थे उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचा। यह हमला आधी रात तक जारी रहा। मिलिट्री या सिविलियन इन्फ्रास्ट्रक्चर पर नुकसान नहीं हुआ। वे लड़ाई चाहते थे और हम तैयार थे। हमने उनके मिलिट्री ठिकानों पर हमला किया। उनके लाहौर और गुंजरावाला के सर्विलेंस राडार ठिकानों को निशाना बनाया। इसके बाद उनके ड्रोन अटैक सुबह तक जारी रहे, जिसका हमने जवाब दिया। लाहौर के करीब से ड्रोन अटैक लॉन्च किए गए थे। उन्होंने अपने और इंटरनेशनल पैसेंजर विमान एयर स्पेस में उड़ने दिए।
जहां उन्हें सबसे ज्यादा दर्द हो
जम्मू, उधमपुर, पठानकोट, नाल, डलहौजी, फलौदी में हमला किया। हम तैयार थे, हमारे ट्रेंड क्रू ने एयर डिफेंस सिस्टम से तबाह कर दिया। हमारी जमीन पर उनके लगातार हमलों से कोई नुकसान नहीं पहुंचा। उनके लगातार एयरबेस और पोस्ट पर हमले के बाद हमने उन्हें जवाब दिया। हमने वहां हमला किया, जहां उन्हें सबसे ज्यादा दर्द हो।
7 मई की रात पाक के रडार सिस्टम ध्वस्त
एयरमार्शल भारती ने बताया, हमने उसी रात उनके लाहौर और गुजरांवाला स्थित रडार सिस्टम को निशाना बनाया। हम उन्हें यह बताना चाहते थे कि उनके मिलिट्री ठिकाने हमारी पहुंच से दूर नहीं थे। 8-9 मई को पाकिस्तान ने ड्रोन और एयरक्राफ्ट से हमारे बॉर्डर पर हमला किया था और मिलिट्री ठिकानों को निशाना बनाने की उनकी ज्यादातर कोशिशें नाकाम रहीं।7 मई की शाम UAV और ड्रोन से पाकिस्तान ने हमला किया। ये किसी लहरों की तरह थे। इनमें से 3 लैंड कर पाए, लेकिन ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। हमने उनके आंतकवादियों को निशाना बनाया। उन्होंने मिलिट्री इन्फ्रास्ट्रक्चर और सिविलियंस को निशाना बनाया।
उनकी हर लोकेशन और मूवमेंट से वाकिफ थे
एयरमार्शल भारती ने बताया, हमारी लड़ाई पाकिस्तानी मिलिट्री या किसी और से नहीं है। हमारी लड़ाई आतंकवादियों से है, जिन्हें हमने निशाना बनाया। लेकिन उन्होंने ड्रोन, यूएवी से हमला किया। हमारे पास जवाब देने के अलावा कोई रास्ता नहीं था। हम यह करने की क्षमता रखते हैं।
ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ आतंकवाद के खिलाफ था
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया, ऑपरेशन सिंदूर साफ तौर पर आतंकवाद के साजिशककर्ताओं और उनके ठिकानों को तबाह करने के लिए किया गया था। हमने सीमा पार टेरर कैंप और इमारतों को पहचाना। यह बहुत बड़ी समस्या में थे। इनमें से कई को पहले ही खाली कर दिया था, क्योंकि उन्हें हमारे एक्शन का डर था। हमने इस ऑपरेशन में सिर्फ आतंकवादियों को टारगेट किया। सेना ने पहलगाम आतंकी हमले का जवाब दिया। इस दौरान आतंकी के नौ कैंप तबाह किए गए। हमने 100 आतंकियों की खत्म किया, इसमें तीन बड़े आतंकी भी शामिल हैं, मुद्स्सर खास, हाफिज जमिल और रऊफ अजहर है। कुछ पीओके में थे और कुछ पाकिस्तान में थे। मुरीदके लश्कर का हेडक्वार्टर था। अजमल कसाब, डेविड हेडली ने यहीं ट्रेनिंग ली थी।उन्होंने कहा, “हमने लौहार में रडार सिस्टम को तबाह कर दिया। पाकिस्तान ने भारत के सैन्य ठिकानों के निशाना बनाने की कोशिश की थी। पाकिस्तान ने कई ड्रोन भेजे जिन्हें मार गिराया गया।”
डीडीएमओ ने कहा
– आप सबको पता है कि पहलगाम अटैक में किस क्रूरता से 26 लोगों को मारा गया था। लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया, ऑपरेशन सिंदूर साफ तौर पर आतंकवाद के साजिशककर्ताओं और उनके ठिकानों को तबाह करने के लिए किया गया था। हमने सीमा पार टेरर कैंप और इमारतों को पहचाना। यह बहुत बड़ी समस्या में थे। इनमें से कई को पहले ही खाली कर दिया था, क्योंकि उन्हें हमारे एक्शन का डर था।’
UNSC में भारत भेजेगा एक टीम
समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि भारत आतंकवाद में पाकिस्तान की संलिप्तता के नवीनतम सबूतों के साथ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में एक टीम भेजेगा। अगले सप्ताह यूएनएससीआर 1267 प्रतिबंध समिति की बैठक होगी।
बौखला गया था पाकिस्तान
भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत एक सटीक और सुनियोजित सैन्य कार्रवाई को अंजाम दिया। यह ऑपरेशन 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। भारतीय सेना ने इस हमले के लिए जिम्मेदार आतंकी संगठनों, जैसे जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिदीन के ठिकानों को तबाह किया।