
11 lakh in the name of getting haldirams franchise
राष्ट्रमत न्यूज,सरगुजा(ब्यूरो)। गूगल में एड देकर ठगी करने वालों ने नयाब तरीका अपनाया था।और अपने तरीके में वो कामयाब भी हो गए। लेकिन एक गलती से पकड़े गए। लेकिन ठगी का शिकार होने वाले डाॅक्टर यदि बैंक अकाउंट न देखते और बैंक से संपर्क न करते तो उनके 11.50 लाख रुपए चले जाते।
हल्दीराम की फर्जी वेबसाइट
अंबिकापुर के चिकित्सक, डा.अमित असाटी से 11.25 लाख रुपए के ऑनलाइन ठगी करने वाले तीन आरोपियों को पुलिस ने बिहार से गिरफ्तार किया है। चार माह पूर्व आरोपियों ने डा. अमित असाटी ने हल्दीराम की फ्रेंचाइजी लेने के लिए इंटरनेट पर सर्च किया तो वे हल्दीराम की फर्जी वेबसाइट पहुंच गए।फ्रेंचाइजी खोलने के लिए 50 लाख रुपए जमा करने का झांसा दिया गया। चिकित्सक ने दो किश्तों में 11 लाख 25 हजार रुपए जमा कराए थे। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है।
डा.अमित को एक नंबर मिला
डॉ. अमित असाटी ने रिंगरोड में काली मंदिर के पास बनवाए गए नए कांप्लेक्स में हल्दीराम की फ्रेंचाइजी खोलने के लिए करीब छह माह पूर्व हल्दीराम के सेल्स मैनेजर से भी बात की थी, लेकिन मामला आगे नहीं बढ़ा। फिर डॉ. असाटी ने इंटरनेट पर खोजबीन की तो हल्दीराम की फर्जी वेबसाइट पर जाकर फ्रेंचाइजी के बारे में जानकारी ली, तो उन्हें एक नंबर मिला।
फ्रेंचाइजी के लिए मांगे गए 50 लाख रुपए
डॉ. अमित असाटी से कहा गया कि वे अपनी कांप्लेक्स की फोटो वॉट्सऐप पर भेजें। जब उन्होंने अपनी कांप्लेक्स की फोटो भेजी, तो उसे एप्रूव करते हुए कहा गया कि फ्रेंचाइजी खोलने में करीब 50 लाख रुपए का खर्च आएगा। इसके बाद उनसे आवेदन शुल्क और सिक्योरिटी मनी के नाम पर 4 लाख 75 हजार रुपए और 6.50 लाख रुपए की मांग की गई। डॉ. असाटी ने यह रकम 28 और 29 जनवरी 2025 को इंडियन ओवरसीज बैंक के खाते में जमा कर दी।
तब तक 6.50 लाख निकाल लिये
डॉ. अमित असाटी ने जब इस बारे में अपने एक दोस्त से बात की, तो उन्होंने उस खाते का पता लगाया, जिसमें पैसे जमा किए गए थे। पता चला कि वह अकाउंट एक व्यक्ति का सेविंग अकाउंट था। इसके बाद डॉ. असाटी को ठगी का एहसास हुआ। डॉ. अमित असाटी ने ठगी की जानकारी दिए जाने के बाद इंडियन ओवरसीज बैंक ने उस खाते को होल्ड कर दिया, लेकिन तब तक 6.50 लाख रुपए निकाल लिए गए थे।
तीन आरोपी बिहार से पकड़े गए
सरगुजा IG दीपक झा ने मामले की जांच साइबर सेल टीम को सौंपी व आरोपियों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया।। साइबर सेल की टीम जांच करते हुए बिहार के नालंदा जिले के नूरसराय व चंडी तक पहुंची। पुलिस ने आरोपी रानू कुमार (19 वर्ष) निवासी नूरसराय, मुन्ना कुमार (19 वर्ष) निवासी चंडी एवं शिवम कुमार (21 वर्ष) निवासी सहाजपुर को गिरफ्तार किया।पकड़े गए युवकों ने डॉक्टर से ठगी करना स्वीकार किया। आरोपियों के कब्जे से एक लाख 98 हजार 500 रुपए नगद, 6 मोबाइल फोन, 19 एटीएम एवं 35 बैंक पासबुक व 20 चेकबुक बरामद किया है।
गूगल में एड देकर करते थे ठगी
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे गूगल में एडवरटाईज देकर लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे। अलग-अलग कंपनियों के नाम से एजेंसी देने, भर्ती के लिए वे गूगल में एड देते थे। इस एडवरटाईज के झांसे में आने वालों से वे ठगी करते थे। आरोपियों में रानू कुमार ने फार्मेसी की पढ़ाई की है। मुन्ना कुमार ने बीए किया है व शिवम कुमार बीए का छात्र है। वे कई लोगों को ठगी का शिकार बना चुके हैं।