शिमला।अभी मोदी सरकार में वक्फ बार्ड संशोधन का बिल पास भी नहीं किया है। लेकिन शिमला की वक्फ बोर्ड कमेटी ने संजौली मस्जिद की अवैध निर्माण को गिराने की मंजूरी दे दी है। मस्जिद में अवैध निर्माण का जो हिस्सा है उसे गिराने का काम आज से शुरू हो जाएगा। इस बात की पुष्टि खुद मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष मोहम्मद लतीफ ने की है। वक्फ बोर्ड ने भी मस्जिद के अवैध निर्माण को गिराने की इजाजत दे दी है।
तीन फ्लोर को गिराया जाना है
हिमाचल प्रदेश की संजौली मस्जिद की तीन फ्लोर को गिराया जाना है। संजौली मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष मोहम्मद लतीफ के मुताबिक मस्जिद का मालिकाना हक वक्फ बोर्ड के पास है। संजौली मस्जिद कमेटी ने यह कदम आपसी भाईचारे को कायम रखने के लिए उठाया था और वह अपनी बात पर कायम हैं।वैसे शिमला के संजौली में मस्जिद के निर्माण को लेकर जमकर विरोध हुआ था। स्थानीय लोगों ने इस मस्जिद को लेकर प्रदर्शन भी किया था।
नगर निगम आयुक्त ने दिया था निर्देश
इस मामले में लोगों के प्रदर्शन के बाद मस्जिद में हुए कथित अवैध निर्माण का मामला नगर निगम आयुक्त की अदालत में चल रहा था। इस मामले में 5 अक्टूबर को नगर निगम आयुक्त की अदालत ने मस्जिद के दूसरे तीसरे और चैथे फ्लोर को हटाने के निर्देश जारी किए थे। इसके बाद मस्जिद कमेटी ने खुद ही नगर निगम आयुक्त के समक्ष मस्जिद के अवैध बताए जा रहे हिस्से को हटाने की पेशकश की थी।
दो मंजिला का परमिशन, पांच मंजिला बना
आजादी से पहले संजौेली में दो मंजिला मस्जिद थी। लेनिक बाद में तीन मंजिला और बना दी गयी है। यह अवैध निर्माण 2010 में हुआ। जबकि नगर निगम ने इस निर्माण को रोकने नोटिस भी दिया था। 2020 तक नगर निगम की ओर से 35 बार नोटिस दिया गया था। निगम कोर्ट में सुनवाई चलती रही और अवैध निर्माण जारी रही। मस्जिद का नक्शा नगर निगम से पास नहीं है। बाहरी लोगों ने यहां आकर बहुमंजिला मस्जिद बनाई।