रायपुर 22 अक्टूबर। प्रकृति की गोद से आज सरगुजा क्षेत्र में विकास की नई इबारत लिखी जाएगी। जशपुर जिले के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल मयाली में आज मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक आयोजित है।
दस करोड़ से होगा काया कल्प
नेचर कैंप से एक ओर डैम की खूबसूरती तो दूसरी ओर विशालतम प्राकृतिक शिवलिंग मधेश्वर पहाड़ का विहंगम दृश्य और दिखाई पड़ता है। चारों ओर फैली हरियाली इसकी सुंदरता और बढ़ जाती है। मयाली नेचर कैंप को स्वदेश दर्शन योजना में शामिल करने के साथ ही पर्यटन विभाग ने मयाली के विकास के लिए 10 करोड़ रूपये की स्वीकृति प्रदान की गई है।
’मयाली नेचर अनुपम उपहार’
जशपुर की सुरम्य पहाड़ियों की गोद में स्थित है प्रकृति का अनुपम उपहार मयाली। यहां मयाली नेचर कैंप जिले के कुनकुरी ब्लॉक में चराईडांड़ बगीचा स्टेट हाईवे के करीब स्थित है। डेम के किनारेए हरियाली से भरे हुए प्राकृतिक स्थल पर परिवार के साथ भारी संख्या में पर्यटक आते हैं। वीकेंड के दिनों में मयाली में लोगों की भीड़ ज्यादा जुटती है। मयाली नेचर कैंप में बोटिंग की भी सुविधा है।
गन्ना उत्पादन बढ़ाएं
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने प्राधिकरण की बैठक में सदस्य की मांग पर सरगुजा जिले में गन्ना उत्पादन के घटते रकबे पर चिंता जाहिर करते हुए उत्पादन बढ़ाने का प्रयास करने के निर्देश दिए। सदस्य द्वारा बताया गया कि लुण्ड्रा में सब्जी की बहुत खेती होती है लोग निजी बाजार से महंगे में पौधे खरीदते हैंए इस समस्या को सुनकर मुख्यमंत्री ने सरकारी स्तर पर नर्सरी लगाकर सस्ते में पौधे उपलब्ध कराने की बात कही। उन्होंने बंद नर्सरी शुरू करने के निर्देश दिए। साथ ही सदस्यों को उनकी मांग के सन्दर्भ में पत्र प्रस्ताव देने की बात कही।